2 Line Friendship Shayari
दोस्ती का लम्हा ऐसा होता है,
जो कभी तनहा नहीं रहने देता।
मैंने तो सिर्फ थोडा सा वक्त माँगा था
उन्होंने ने तो पूरी ज़िन्दगी दे दी
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है जबदिल चाहे माँग लेना।
तेरी दोस्ती के लिए अपना दिल तोड़ सकता हु लेकिन
अपने दिल के लिए तेरी दोस्ती नहीं तोड़ सकता
वातावरण को जो महका दे उसे ‘इत्र’ कहते हैं,
जीवन को जो महका दे उसे ही ‘मित्र’ कहते हैं
Tata के पास कारों की और
मेरे पास यारों की कोई कमी नहीं
हमे कोई “सपोर्ट” करे या ना करे लेकीन
हम भाई_भाई मिलकर
“विस्पोट” जरूर करेंगे..!
यारों की यारी भी खिचड़ी से कम नहीं
स्वाद भले ही न रहे पर कमबख्त भूख मिटा देती है
दोस्ती के दीवाने है इसीलिए हाथ फैला दिया
वर्ना हम तो खुद के लिए भी दुआ नहीं करते
जिंदा रहा तो तुम्हारा साथ निभाऊंगा दोस्तो,
अगर कभी भूल गया तो समझ लेना कि
शादी हो गयी।
कुदरत का नियम है मित्र और चित्र दिल् से
बनाओगे तो उनके रंग जरूर निखर आएंगे।
मुझे परवाह नहीं दुनिया खफा रहे,
बस इतनी सी दुआ है,
दोस्त मेहरबां रहे।
दोस्तो से दोस्ती रखा करो तबियत मस्त रहेगी,
ये वो हक़ीम हैं जो अल्फ़ाज़ सेदुरुस्त किया करते हैं।
तेरे बग़ैर ना गुज़रेगी ज़िन्दगी
ऐ दोस्त मैं क्या करूं
ज़माने की दोस्ती लेकर
सुन ए गुलशन… ज़रा समेट अपनी कलियों को…
आज दोस्त की राहों में
दिल बिछाएंगे हम…
हर नई चीज अच्छी होती है,
लेकिन दोस्त पुराने ही अच्छे होते हैं।
सादगी अगर हो लफ्जो में यकीन मानो,
प्यार बेपनाह,
और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते हैं।
लोग पूछते हैं इतने गम में भी खुश क्युँ हो
मैने कहा दुनिया साथ दे न
दे मेरा दोस्त तो साथ हैं
ऐ दोस्त अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में,
बड़ा खास है तू मेरी जिंदगी में।
अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है
मुझे तुम पर,
अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो,
साया नहीं मिलता।
तू कितनी भी खूबसूरत क्यों न हो ए ज़िन्दगी,
खुशमिजाज़ दोस्तों के बगैर अच्छी नहीं लगती
आदतें अलग हैं मेरी दुनिया वालों से,
दोस्त कम रखता हूँ
पर लाजवाब रखता हूँ।
ये किसने कहा यारी बराबरी वालो से होती है,
ये तो अनमोल है इसमे सब बराबर होता है।
न कोई गिला करता हूँ न शिकवा करता हूँ,
तुम सलामत रहो बस यही दुआ करता हूँ।
दुश्मनों की जफ़ा का ख़ौफ़ नहीं,
दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त,
मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले।
अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है,
जब तू कबूल है तो तेरा सब कुछ कबूल है
दोस्त होकर भी महीनों नहीं मिलता मुझसे,
उस से कहना कि कभी ज़ख्म लगाने आये।
दाग दुनिया ने दिए ज़ख्म ज़माने से मिले,
हमको तोहफे ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले।
गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे,
खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया।
कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी,
एक मै हूँ और एक दोस्ती तेरी।
किस्मत वालों को ही मिलती है,
पनाह दोस्तों के दिल में,
यूँ ही हर शख्स
जन्नत का हक़दार नहीं होता
कौन कहता है कि दोस्ती बराबरी में होती है,
सच तो ये है दोस्ती में सब बराबर होते है..!!
नैनो की तो बात नैना जाने हैं
पर मेरे दिल की बात
साले दोस्त कैसे जान जाते हैं
दोस्ती सहल थी मुश्किल कभी ऐसी तो न थी,
दुश्मन इक दो थे ये महफ़िल कभी ऐसी तो न थी
जिसकी शाम अच्छी, उसकी रात अच्छी,
जिसके दोस्त अच्छे, उसकी ज़िंदगी अच्छी।
इस दुनिया में दो ही चीज फेमस है,
एक तो मेरे पोस्ट! दुसरे मेरे दोस्त!!!
तेरे जैसा यार कहाँ
कहाँ ऐसा याराना याद करेगी दुनिया
तेरा मेरा अफसानां
इक नया ज़ख़्म मिला एक नई उम्र मिली,
जब किसी शहर में कुछ यार पुराने से मिले
गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे,
खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे,
अपने-अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे।
दुश्मनों से पशेमान होना पड़ा है,
दोस्तों का ख़ुलूस आज़माने के बाद
भगवान जाने मेरे दोस्तों को
कैसी भाभी मिलेगी
लेकिन दोस्त मेरे सारे 1 no हीरे हैं हीरे
फर्क तो अपने-अपने सोच में है
वरना दोस्ती भी मोहब्बत से कम नही होती..!!
वह एक दोस्त जो मिल कर बिछड़ गया मुझसे
हर एक चेहरे पे उस का गुमान होता है..!
आंखे जो आपको समझ सके वहीं दोस्त है..
वरना खूबसूरत चैहरे तो दुश्मनों के भी होते हैं
दोस्तों से बिछड़ के यह एहसास हुआ है,
बेशक कमीने थे लेकिन रौनक उन्हीं से थी।
ऐ दोस्त अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में,
बड़ा खास है तू मेरी जिंदगी में।
हमारी दोस्ती का बस एक ही उसूल है,
ज़ब तू कुबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है।
पहले तो ऐहसास था पर अब यकीन है
हर लम्हा आपकी जरूरत सी लगती है दोस्त
ये जमाना हर बात का दिन तय करता है,
यारों का जश्न किसी दिन का मोहताज नही।
आप जिसके वास्ते मुझसे किनारा कर गए,
आपसे बच कर वही मुझको इशारा कर गए।
हम वक्त गुजारने के लिए दोस्तों को नही रखते,
दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते है.
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त, वरना,
तुझे याद करने की खता हम बार-बार न करते।
मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना,
मेरी दोस्ती की क़ैद में ज़मानत नहीं होती।
तूफानों की दुश्मनी से न बचते तो खैर थी,
साहिल से दोस्तों के भरम ने डुबो दिया।
लोग प्यार में पागल होते है,
लेकिन हम दोस्ती में पागल है
मेरे दोस्तों की पहचान इतनी मुशिकल नहीं,
वो हँसना भूल जाते हैं मुझे रोता देखकर।
एक बात कहें…
दोस्ती के आगें हमारे लिए कुछ भी नहीं
मोहब्बत भी नहीं
वो अच्छा है तो अच्छा है,वो बुरा है तो भी अच्छा है,
दोस्ती के मिजाज़ में, यारों के ऐब नहीं देखे जाते।
दोस्ती करके देखो, दोस्ती में दोस्त अनमोल होता है,
यह एहसास तब होता है जब दोस्त, दोस्त से अलग होता है।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है जब दिल चाहे माँग लेना..।
हमारी दोस्ती एक दूजे से ही पूरी हैहमारी दोस्ती एक दूजे से ही पूरी है,
वरना रास्ते के बिना तो मंज़िल अधूरी है।
प्यार में भले ही जूनून है मगर दोस्ती में सुकून हैप्यार में भले ही जूनून है ,
मगर दोस्ती में सुकून है।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगेना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे,
अपने-अपने हिस्से की दोस्ती हम निभाएंगे।
दोस्ती भी कमाल की होती हैदोस्ती भी कमाल की होती है,
वजनदार होती है फिर भी बोझ नहीं लगती।
खूबिया मिलती है तो शादी होती हैखूबिया मिलती है तो शादी होती है,
मगर कमिया मिलती है तो दोस्ती होती है।
दो ऊँगली जोड़ने से दोस्ती हो जाती हैदो ऊँगली जोड़ने से दोस्ती हो जाती है,
यही तो दोस्ती की ख़ूबसूरती कहलाती है।
दोस्ती अगर दूर भी होती है तो भी ये कोहिनूर होती हैदोस्ती अगर दूर भी होती है,
तो भी ये कोहिनूर होती है।
दोस्ती का लम्हा ऐसा होता हैदोस्ती का लम्हा ऐसा होता है,
जो कभी तनहा नहीं रहने देता।
बेशक दोस्त से फासला हो जाएबेशक दोस्त से फासला हो जाए,
मगर उसकी दोस्ती से फासला कभी मत करना।
मेरी सल्तनत में देख कर कदम रखनामेरी सल्तनत में देख कर कदम रखना,
मेरी दोस्ती की क़ैद में ज़मानत नहीं होती।
अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल हैअपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है,
जब तू कबूल है तो तेरा सब-कुछ कुबूल है।
दोस्ती किससे न थी किससे मुझे प्यार न थादोस्ती किससे न थी किससे मुझे प्यार न था,
जब बुरे वक़्त पे देखा तो कोई यार न था।
दोस्ती दिल मे उतर जाती तो प्यार कहलाती हैदोस्ती दिल मे उतर जाती तो प्यार कहलाती है,
और दिमाग मे उतर जाए तो, और भी खूबसूरत हो जाती है।
जी लो इन पलों को हस के जनाबजी लो इन पलों को हस के जनाब,
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते।
दोस्ती मुबारक सबको टेलिग्राम वालीदोस्ती मुबारक सबको टेलिग्राम वाली,
ना देखा, ना मिले, पर मुलाक़ात रोज की है।
मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेनामेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना,
क्युंकी मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे।
ढल जाती है हर चीज़ वक्त पे अपनेढल जाती है हर चीज़ वक्त पे अपने,
एक दोस्ती है, जो कभी बूढ़ी नहीं होती।
अगर दोस्ती हो जाए रूह से तो उसका रुतबा भीअगर दोस्ती हो जाए रूह से,
तो उसका रुतबा भी मोहब्बत से कम थोड़ी ना हैं।
दोस्ती जो इतिहास बना दे सभी दोस्तों का प्यार बना देदोस्ती जो इतिहास बना दे,
सभी दोस्तों का प्यार बना दे।
सफर है दोस्ती का जिसका कभी अंत नही होतासफर है दोस्ती का, जिसका कभी अंत नही होता,
दोस्ती है हमारी सबसे प्यारी, जो कभी खत्म नहीं होता।
दो रास्ते जिंदगी के दोस्ती और प्यारदो रास्ते जिंदगी के, दोस्ती और प्यार,
एक जाम से भरा, दुसरा इल्जाम से।
हमारी दोस्ती में सोच समझकर कदम रखनाहमारी दोस्ती में सोच समझकर कदम रखना,
यहां आने के बाद जमानत नहीं होती।
हर वक़्त फ़िजाओं मे महसूस करोगे तुम मुझेहर वक़्त फ़िजाओं मे महसूस करोगे तुम मुझे,
हम दोस्ती की वो ख़ुशबू हैं, जो महकेंगे ज़मानों तक।
जहाँ मोहब्बत धोखा देती है दोस्ती वहाँ सहारा देती हैजहाँ मोहब्बत धोखा देती है,
दोस्ती वहाँ सहारा देती है।
मेरी दोस्ती के जादू से तुम अभी वाकिफ नहीं होमेरी दोस्ती के जादू से तुम अभी वाकिफ नहीं हो,
हम जीना सिखा देते है उसे भी जिसने मरने के ठानी हो।
न दोस्ती से रहे और न दुश्मनी से रहेन दोस्ती से रहे और न दुश्मनी से रहे,
हमें तमाम गिले अपनी आगही से रहे।
समझता ही नहीं वो शक्स मेरे अल्फ़ाज़ों की गहराईसमझता ही नहीं वो शक्स मेरे अल्फ़ाज़ों की गहराई,
मैने हर वो लफ्ज़ कह दिया जिसमें दोस्ती हो।
जरूरी नही की रिलेशनशिप ही होजरूरी नही की रिलेशनशिप ही हो,
कुछ लोगो की दोस्ती भी प्यार से बढ़कर होती है।
ये किसने कहा दोस्ती बराबरी वालो से होती हैये किसने कहा दोस्ती बराबरी वालो से होती है,
ये तो अनमोल है, इसमे सब बराबर होता है।
दोस्ती मोहताज़ हो सकती है दो शख्स कीदोस्ती मोहताज़ हो सकती है दो शख्स की,
पर इश्क़ तो एकतरफ़ा ही काफी है जनाब।
दोस्ती इम्तिहान नहीं विश्वास चाहती हैदोस्ती इम्तिहान नहीं विश्वास चाहती है,
नज़र कुछ और नहीं बस दोस्त का दीदार चाहती है।
बेवजह है तभी तो दोस्ती है वजह होती तो कारोबार होताबेवजह है तभी तो दोस्ती है,
वजह होती तो कारोबार होता।
इतने प्यार से दोस्ती की हैइतने प्यार से दोस्ती की है,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।
जी लो इन लम्हों को ए दोस्तजी लो इन लम्हों को ए दोस्त,
फिर लौट के दोस्ती के ज़माने नहीं आते।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगेना तुम दूर जाना, ना हम दूर जायेंगे,
अपने-अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे।
फर्क तो अपनी सोच मे है जनाबफर्क तो अपनी सोच मे है जनाब,
वर्ना दोस्ती भी मोहब्बत से कम नही होती।
दोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता हैदोस्तों की दोस्ती में कभी कोई रूल नहीं होता है,
और ये सिखाने के लिए कोई स्कूल नहीं होता है।
बेवजह है तभी तो दोस्ती हैबेवजह है, तभी तो दोस्ती है,
वजह होती तो, साजिश होती।
इतनी सारी बातें मत किया करो मुझसेइतनी सारी बातें मत किया करो मुझसे,
दोस्ती को प्यार में बदलते वक्त नहीं लगता है।
दोस्ती में दोस्त दोस्त का ख़ुदा होता हैदोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है,
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।
मैं कोई रिश्ता नहीं हूँ जो निभाओगे मुझेमैं कोई रिश्ता नहीं हूँ, जो निभाओगे मुझे,
बस दोस्त हूँ, दोस्ती से ही पाओगे मुझे।
कौन कहता है की दोस्ती यारी बर्बाद करती हैकौन कहता है की दोस्ती यारी बर्बाद करती है,
कोई निभाने वाला हो तो दुनिया याद करती है।
गुण मिलने पर शादी होती हैगुण मिलने पर शादी होती है,
और अवगुण मिलने पर दोस्ती।
कुछ लोगो की दोस्ती में हम इतना खो गएकुछ लोगो की दोस्ती में हम इतना खो गए,
बीत गए लम्हे और हम तस्वीर लेना भूल गए।
सबके अपने उसूल होते हैंसबके अपने उसूल होते हैं,
दोस्ती के लिए कांटे भी कुबूल होते हैं।
शर्ते लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथशर्ते लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ,
कीजिये कुबूल मुझको मेरी हर कमी के साथ।
दोस्ती का फर्ज इस तरह निभाया जायेदोस्ती का फर्ज इस तरह निभाया जाये,
अगर रहीम रहे भूखा तो राम से भी ना खाया जाये।
कितने कमाल की होती है ना दोस्तीकितने कमाल की होती है ना दोस्ती,
वजन होता है, लेकिन बोझ नही होती।
ये दोस्ती का गणित है साहबये दोस्ती का गणित है साहब,
यहाँ 2 में से 1 गया तो कुछ नहीं बचता।
दावे दोस्ती के मुझे नहीं आते यारोदावे दोस्ती के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है, जब दिल चाहें मांग लेना।
एक चाहत होती है दोस्तों के साथ जीने की जनाब,
वरना पता तो हमें भी है की मरना अकेले ही है।
दोस्ती में दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है,
महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।
खींच कर उतार देते है उम्र की चादर,
कम्बख्त ये दोस्त कभी बूढ़ा नहीं होने देते।
हमारी दोस्ती एक-दूजे से ही पूरी है,
वरना रास्ते के बिना तो मंज़िल अधूरी है।
प्यार में भले ही जूनून है,
मगर दोस्ती में सुकून है।
लकीरें तो हमारी भी बहुत ख़ास है,
तभी तो तुम जैसा दोस्त हमारे पास है
वो अच्छा है तो अच्छा है,वो बुरा है तो भी अच्छा है,
दोस्ती के मिजाज़ में, यारों के ऐब नहीं देखे जाते।
एक ताबीज़ तेरी मेरी दोस्ती को भी चाहिए…
थोड़ी सी दिखी नहीं कि नज़र लगने लगती है।
दुश्मनों से मोहब्बत होने लगी है मुझे,
जैसे-जैसे दोस्तों को आजमाता जा रहा हूँ।
उम्र और ज़िन्दगी में बस इतना फर्क है:
जो दोस्तों के बिना बीती वो उम्र,
जो दोस्तों के साथ बीती वो ज़िन्दगी
हर दुआ मेरी क़ुबूल हो गयी है,
तेरे जैसी दोस्त जो मुझे मिल गयी है।
दिल खोल कर इन लम्हों को जी लो दोस्तों,
जिंदगी अपना इतिहास फिर नहीं दोहरायेगी ♡
तेरे आते ही दोस्त महफ़िल सजने लगती है,
और बेरंग ज़िंदगी भी रंगने लगती है।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है जबदिल चाहे माँग लेना..।
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त,
मजा तो तब है.. जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले।
देखी जो नब्ज मेरी तो हँस कर बोला हकीम,
तेरे मर्ज़ का इलाज महफ़िल है तेरे दोस्तों की !
हमारी दोस्ती का बस एक ही उसूल है,
जब तू क़ुबूल है तो तेरा सब कुछ क़ुबूल है
दोस्ती कभी ख़ास लोगों से नहीं होती,
जिनसे हो जाती है, वही लोग ज़िंदगी में ख़ास बन जाते हैं
ज़िन्दगी में दोस्ती नहीं,
दोस्ती में ज़िन्दगी होती है।
ना तुम हमसे दुर जाना ना हम तुमसे दूर जायेंगे,
मिल जुलकर अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे।
वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे रहते हो?
मैने कहा, प्यार साथ दे न दे, यार साथ हैं!
अगर मिलती मुझे एक दिन भी बादशाही,
तो ए दोस्तों, मेरी रियासत में हमारी दोस्ती के सिक्के चलते।
दोस्ती अगर दूर भी होती है,
तो भी ये कोहिनूर होती है।
दोस्तों से बिछड़ के यह एहसास हुआ, ग़ालिब,
थे तो कमीने लेकिन रौनक भी उन्ही से थी।
अपना तो कोई दोस्त नही है,
सब साले कलेजे के टुकडे है ।।
फूलों की दोस्ती से काटों की दोस्ती बेहतर है,
जो हमें कठिन से कठिन रास्तों पर चलने के लिए प्रेरित करती है
ऐ दोस्त मैं तुम्हे भूल जाऊं, ये तेरी भूल है,
तेरी क्या तारीफ करूँ, तू एक महकता हुआ फूल है
किनारो पे सागर के ख़ज़ाने नहीं आते, जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते,
जी लो इन पलों को हंस के जनाब, फिर लौट के दोस्ती के ज़माने नहीं आते
दोस्ती अक्षर नहीं जो मिट जाये, सफर नहीं जो कट जाये,
ये तो वो अहसास हैं…जिसके लिये जिना भी कम पड जाये !
भगवान् जिन्हें खून के रिश्तों में बांधना भूल जाता है
उन्हें सच्चे दोस्त बनाकर अपनी गलती सुधारता हैं !
दोस्ती भी कमाल की होती है,
वजनदार होती है फिर भी बोझ नहीं लगती।
बेवजह है तभी तो दोस्ती है,
वजह होती तो कारोबार होता।
तुम जो कहती हो कि छोड़ दो,
अपने आवारा दोस्त को,
क्या तुम मेरे जनाजा उठा सकती हो?
क्या ही कहूँ अब मैं अपने उस दोस्त के बारे में,
उसकी तो यादे भी मेरे चेहरे पर मुस्कान ला देती है..
दोस्ती किससे न थी किससे मुझे प्यार न था,
जब बुरे वक़्त पे देखा तो कोई यार न था।
समझता ही नहीं वो शक्स मेरे अल्फ़ाज़ों की गहराई,
मैने हर वो लफ्ज़ कह दिया जिसमें दोस्ती हो।
हमारी आदतें कुछ अलग है इस दुनिया वालों से
हम दोस्त थोड़े कम रखते हैं लेकिन लाजवाब रखते हैं |
कुछ गलतियाँ की है,जो अब हमें सवारनी है,
उन्होंने तो फर्ज पूरे कर दिए,अब हमें भी दोस्ती निभानी है..
जो मिला था वो दोस्ती का मज़ा है,
अब जो मिल रहा है वो किसी पर भरोसा करने की
सजा है..
मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना,
क्युंकी मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे।
ज़िंदगी में कोई पल बेशक खुशी का ना हो,
पर ऐ खुदा! मेरा दोस्त मुझसे कभी जुदा ना हो..
मंजिलों से अपनी दूर ना जाना..रास्ते की परेशानियों से टूट ना जाना..
जब भी जरूरत हो जिन्दगी में किसी अपने की..हम अपने हैं ये भूल ना जाना
“दोस्त के नाम का एक खत जेब में रखकर क्या चला,
करीब से गुजरने वाले पूछते हैं, इत्र का नाम क्या है।”
लोग तो प्यार में पागल होते हैं,
हम तो दोस्ती में पागल हैं
दौलत से दोस्त बने वह दोस्त नहीं,
पर सच कहूं तो दोस्त जैसी कोई दौलत नहीं।
दोस्त दवा से भी ज्यादा अच्छे होते हैं,
क्योंकि अच्छी दोस्ती की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती।
खुदा ना करे मेरा दोस्त मुझसे रूठ जाए,
हम ऐसे दोस्त नहीं हैं जो लोगों की बातों में आकर टूट जाए।
कुछ लोग कहते है दोस्ती बराबर वालो से करनी चाहिये,
लेकिन हम कहते है दोस्ती में कोई बराबरी नही करनी चाहिये।
किसने कहा के हम बहुत ही ज़िम्मेदार है
हमें तो खुद हमारे प्यारे दोस्तों ने सँभाल रखा है
एक अच्छा दोस्त वो भी सुन लेता है
जो आप किसी से नहीं कह पाते
ज़िन्दगी में ढेर सारे दोस्त बनाना आम बात है लेकिन
ज़िन्दगी भर एक ही दोस्त से दोस्ती निभाना खास बात है |
सच्चे दोस्त हमें कभी भी गिरने नहीं देते
न तो किसी के पैरों में और न ही किसी की नज़रों में |
इस दुनिया में दो ही चीज़ें मशहूर है
एक मैं और एक मेरे दोस्त |
हम दोस्ती वक़्त गुज़ारने के लिए नहीं करते
दोस्तों के साथ बिताने के लिए वक़्त निकालते है |
जब दुनिया ने हमारा साथ छोड़ दिया
तब हमारे दोस्तों ने हमारा हाथ थाम लिया
नयी दोस्ती का रंग नया होता है,
जो दिल में उतरता है वो अलग होता है।
अंदाज ऐसा रखो की दुनिया देखती रह जाए,
और दोस्ती ऐसी करो की दुनिया जलती रह जाए।
तेरे आते ही दोस्त महफ़िल सजने लगती है,
और बेरंग ज़िंदगी भी रंगने लगती है।
वातावरण को जो महका दे उसे ‘इत्र’ कहते हैं,
जीवन को जो महका दे उसे ही ‘मित्र’ कहते हैं,,!!
रिश्तो से बड़ी कोई चाहत नही होती,
और दोस्ती से बड़ी कोई इबादत नही होती।
हमारी दोस्ती एक-दूजे से ही पूरी है,
वरना रास्ते के बिना तो मंज़िल भी अधुरी है।
दुश्मन के सितम का खौफ नहीं हमको,
हम तो दोस्तों के रूठ जाने से डरते हैं..!
दोस्ती कभी स्पेशल लोगो से नही होतीहै,
जिनसे दोस्ती हो जाती है वह लोग ही स्पेशल हो जाते है…
बच्चे वसीयत पूछते है, रिश्ते हैशियत पूछते है,
वो दोस्त ही है जो… मेरी खैरियत पूछते है..!!
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता।
दोस्ती का लम्हा ऐसा होता है,
जो कभी तनहा नहीं रहने देता।
मैंने तो सिर्फ थोडा सा वक्त माँगा था
उन्होंने ने तो पूरी ज़िन्दगी दे दी
दोस्ती सच्ची होनी चाहिए.
पक्की तो सड़क भी होती है
Tata के पास कारों की और
मेरे पास यारों की कोई कमी नहीं
यारो दोस्ती के दावे मुझे नहीं आते,
एक जान है जब दिल चाहें मांग लेना.
उस दोस्त की दोस्ती पर दो लाइन में शायरी कैसे लिख दूँ?
उसके लिए तो एक पूरी किताब भी कम पड़ जाएगी!
दोस्ती में तो दोस्त, दोस्त का ख़ुदा होता है,
ये महसूस तब होता है जब वो जुदा होता है।
दोस्ती ऐसी होनी चाहिए कि एक स्कूल न जाए
तो लोग पूछ ले, साथ वाला कहाँ है?
यारों की यारी भी खिचड़ी से कम नहीं
स्वाद भले ही न रहे पर कमबख्त भूख मिटा देती है
वो चाय ही क्या, जिसमे उबाल न हो,
और वो दोस्त ही क्या, जिसमे बवाल ना हो!!!
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो,
वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं।
दोस्तों ने अपना फ़र्ज़ कुछ इस तरह निभाया है,
कि मैं भूखा रहा तो दोस्तों ने भी ना खाया है।
खूबिया मिलती है तो शादी होती है,
मगर कमिया मिलती है तो दोस्ती होती है।
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे ,
अपने-अपने हिस्से की दोस्ती हम निभाएंगे।
जब भी मेरे दोस्त आ जाते है,
गम के मेरे आंसू ख़ुशी में बदल जाते है।
बेशक दोस्त से फासला हो जाए,
मगर उसकी दोस्ती से फासला कभी मत करना।
दूर तो हम रहते हैं आपसे,
लेकिन दोस्ती का रिश्ता कभी नहीं टूटेगा आपसे।
तुम नहीं होते तो कैसे गुज़रता ये ज़िंदगी का हर पल,
तुम्हारी दोस्ती है जो हमेशा रहेगी साथ हमारी ज़िन्दगी के हर पल।
तुम नहीं होते तो कैसे गुज़रता ये ज़िंदगी का हर पल,
तुम्हारी दोस्ती है जो हमेशा रहेगी साथ हमारी ज़िन्दगी के हर पल।
लकीरें तो हमारी भी बहुत ख़ास है…!
तभी तो तुम जैसा दोस्त हमारे पास है
कुदरत का नियम है मित्र और चित्र!!!
दिल से बनाओगे तो उनके रंग जरूर निखर आएंगे !
बचपन के साथी अब तक याद हैं,
दोस्ती निभाने के लिए हमेशा तैयार हैं।
सुकून की बात मत कर ऐ दोस्त
बचपन वाला इतवार अब नहीं आता
अपना बचपन भी बड़ा कमाल का हुआ करता था,
ना कल की फ़िक्र ना आज का ठिकाना हुआ करता था।
रोने की वजह भी न थी न हंसने का बहाना था
क्यो हो गए हम इतने बडे इससे अच्छा तो वो बचपन का जमाना था
चले आओ कभी टूटी हुई चूड़ी के टुकड़े से,
वो बचपन की तरह फिर से मोहब्बत नाप लेते हैं
कितने खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन
सिर्फ दो उंगलिया जुड़ने से दोस्ती फिर से शुरु हो जाया करती थी
झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे थे हम
ये उन दिनों की बात है जब बच्चे थे हम
वक्त से पहले ही वो हमसे रूठ गयी है,
बचपन की मासूमियत न जाने कहाँ छूट गयी है।
कौन कहता है कि मैं जिंदा नहीं,
बस बचपन ही तो गया है बचपना नहीं।
उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में,
फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते।
वक्त से पहले ही वो हमसे रूठ गयी है,
बचपन की मासूमियत न जाने कहाँ छूट गयी है।
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी,
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया।
ये चाँदनी रात और तारों के साथ, हम भी है महफ़िल में दोस्तों के साथ,
गुड नाईट मेरे प्यारे दोस्त, हमें भूल ना जाना मिलकर औरो के साथ।
मुस्कुराहट का कोई मोल नहीं होता, कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता,
दोस्त तो मिल जाते है हर रास्ते में, पर हर कोई आपकी तरह अनमोल नहीं होता।
नफरत को हम प्यार देते है, दोस्तो पे हम खुशियाँ वार देते है,
सोच समझकर हमसे कोई वादा करना, हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है।
ऐ मेरे दोस्त जब भी तू उदास होगा, मेरा ख्याल तेरे ही आस-पास होगा,
दिल से जब भी याद करोगे हमें, तुम्हें हमारे करीब होने का एहसास होगा।
ऐ दोस्त तुम्हारी दोस्ती पर नाज़ करते है,
मिलने की तुमसे हम खुदा फ़रियाद करते है,
मुझे नहीं पता लेकिन घरवाले कहते है,
कि हम नींद में भी तुमसे ही बात करते है।
चाहे दूरियां कितनी भी हो मेरे दोस्त,
चाहकर भी दोस्त को भुलाया नहीं जा सकता।
अगर साथ हो जिन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो ज़िंदगी जन्नत से कम नहीं होती।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है जबदिल चाहे माँग लेना..।
हम तो बस इतना उसूल रखते है, जब हम तुझे कुबूल करते है तो तेरा सब कुछ कुबूल करते है।
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त,
तूझे याद करने की खता हम बार बार न करते।
फ्रेंडशिप ऐसी होनी चाहिए कि
सबको लगे तुम रिलेशनशिप में हो…!!!
दोस्ती का वो पुराना पल याद आता है, मेरी आँखों को भर जाता है,
तेरी दोस्ती सदा जिंदा रहे, यही हमारा दिल चाहता है।
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता।
हमे कोई “सपोट” करे या ना करे
लेकीन हम भाई भाई मिलकर “विस्पोट” जरूर करेंगे..!”
शौक भले ही हम मेहफिलो का रखते है,
लेकिन वहाँ शराब का नही, हमारी दोस्ती का नशा रहेता है…
दोस्ती अच्छी हो तो रंग़ लाती है दोस्ती गहरी हो तो सबको भाती है…!!!
दोस्ती नादान हो तो टूट जाती है पर अगर दोस्ती अपने जैसी हो तो इतिहास बनाती है।
अगर मिलती मुझे एक दिन भी बादशाही, तो ए दोस्तों,
मेरी रियासत में हमारी दोस्ती के सिक्के चलते।
उम्र और ज़िन्दगी में बस इतना फर्क है:- जो दोस्तों के बिना बीती वो उम्र, जो दोस्तों के साथ बीती वो ज़िन्दगी
कुछ तो बात है तेरी फितरत में ऐ दोस्त,
तूझे याद करने की खता हम बार बार न करते।
मेरा नसीब ही कमाल है, जो ऊपर वाले ने मुझे एक सच्चा दोस्त दिया, जब भी ऐ दोस्त तुझे याद किया, तुझे अपने पास पा लिया।
हर वक़्त वादिओं में, महसूस करोगे तुम मेरे दोस्त!
हम दोस्ती की वो ख़ुशबू हैं, जो महकेंगे मरते दम तक !!
कुछ लोग कहते है दोस्ती बराबर वालो से करनी चाहिये,
लेकिन हम कहते है दोस्ती में कोई बराबरी नही करनी चाहिये।
तुझे टूटा हुआ देखकर ऐ दोस्त, मैं खुद भी टूट जाता हूँ,
इसलिए तुझे समझाता हूँ, और अकेले मैं रोने बैठ जाता हूँ।
एक चाहत होती है दोस्तों के साथ जीने की जनाब,
वरना पता तो हमें भी है की मरना अकेले ही है।
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त,
मजा तो तब है.. जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले।
सादगी अगर हो लफ्जो में यकीन मानो,
प्यार बेपनाह, और दोस्त बेमिसाल मिल ही जाते हैं ।
दोस्तों से बिछड़ के यह एहसास हुआ,
ग़ालिब, थे तो कमीने लेकिन रौनक भी उन्ही से थी।
दोस्त ही तो होते हैं असली दौलत,
यूँ तो पूरी ज़िन्दगी पड़ी है पैसे कमाने को !!
कुदरत का नियम है मित्र और चित्र
दिल् से बनाओगे तो उनके रंग जरूर निखर आएंगे ।।
करनी है खुदा से गुजारिश, तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले…!!! हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा, या फिर कभी जिंदगी न मिले।
ऐ दोस्त अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में,
बड़ा खास है तू मेरी जिंदगी में।
एक ताबीज़ तेरी मेरी दोस्ती को भी चाहिए…
थोड़ी सी दिखी नहीं कि नज़र लगने लगती है।
दिल बड़ा कर पगली बाते तो मेरे कमीने DOST भी बड़ी बड़ी कर लेते हैं.
किसी के हाथ में हीरा किसी के कान में हीरा,
मुझे हीरे से मतलब क्या.. मेरे तो दोस्त हीरे हैं
दोस्ती सच्ची होनी चाहिए,
पक्की तो सड़क भी होती है.
हम दोस्तों के लिए दिल तोड़ सकते हैं
दुश्मनों ज़रा सोचों तुम्हारा क्या क्या तोड़ेंगे
ऐ दोस्त अब क्या लिखूं तेरी तारीफ में
बडा खास है तु मेरी जिंदगी में
दोस्ती शब्द का ‘मतलब बड़ा ही मस्त होता हैं दों हस्ती,
जब दों हस्ती मिलती है, तब दोस्ती होती है
दिल खोल कर इन लम्हों को जी लो दोस्तों,
जिंदगी अपना इतिहास फिर नहीं दोहरायेगी
गुनगुनाना तो तकदीर में लिखा कर लाए थे,
खिलखिलाना दोस्तों से तोहफ़े में मिल गया।
दोस्ती हैं तो साँसे हैं, दोस्ती हैं तो ख़ुशियाँ हैं…!!!
अगर नहीं हैं दोस्त का साथ, तो आप एक ज़िंदा लाश हैं। ????
वो पूछते हैं इतने गम में भी खुश कैसे हो?
मैने कहा, प्यार साथ दे न दे, यार साथ हैं!
प्यारे दोस्त हमें कभी भी गिरने नहीं देते…!!!
न तो किसी कि नजरों मे न ही किसी के कदमों में।
आंखे जो पढ़ ले, उसी को दोस्त मानना साहिब…!!! वरना….चेहरा तो रोज दुशमन भी देखते हैं…
अगर आपका दोस्त आप से फ़ोन पर तमीज़ से बात कर रहा है…!!! तो इसका मतलब है वो घर पर है
ए दोस्त तेरी खातिर मैं दुनिया तक छोड़ दूँगा…!!!
पर तूने साथ छोड़ा तो मै तेरी_टाँगे तोड़ दूँगा
नैनो की तो बात नैना जाने हैं…!!!
पर मेरे दिल की बात साले दोस्त कैसे जान जाते हैं
सुन ए गुलशन…!!! ज़रा समेट अपनी कलियों को…?
आज दोस्त की राहों में दिल बिछाएंगे हम…
“प्यार, इश्क, मोहब्बत सब धोखेबाजी है…!!!
अगर अपनी जिदंगी को सवरग बनाना है तो दोस्ती काफि है”
सुन ए गुलशन…!!! ज़रा समेट अपनी कलियों को…?
आज दोस्त की राहों में दिल बिछाएंगे हम…
सुनो… ज़रूरी नहीं कि रिलेशनशिप ही हो…!!!
कुछ लोगो की दोस्ती मोहब्बत से बढ़कर होती है…
हम वक्त गुजारने के लिए दोस्तों को नही रखते…!!!
दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते है
एक बात कहें… दोस्ती के आगें हमारे लिए कुछ भी नहीं… मोहब्बत भी नहीं…
सुन ए गुलशन…ज़रा समेट अपनी कलियों को…?
आज दोस्त की राहों में दिल बिछाएंगे हम…
ए दोस्त तेरी खातिर मैं दुनिया तक छोड़ दूँगा,
पर तूने साथ छोड़ा तो मैं तेरी टाँगे तोड़ दूँगा।
दोस्तों के दिलों में और दुश्मनों,
की खोपड़ी में रहना आदत है मेंरी..
दोस्ती ओर दुश्मनी दोनों ही मज़ेदार है,
बस निभाने का दम होना चाहिए ।।
दोस्तों से बिछड़ के यह एहसास हुआ, ग़ालिब, थे तो कमीने लेकिन रौनक भी उन्ही से थी।
एक चाहत होती है दोस्तों के साथ जीने की जनाब,
वरना पता तो हमें भी है की मरना अकेले ही है।
Maine तो Sirf थोडा Sa वक्त Manga था… Unho ने To पुरी Zindgi देद
दूरियों से फर्क पड़ता नहीं, बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है…!!!
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है, वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है.
दोस्तो कदर करो हमारी
वरना girlfriend उठा ले जाएंगे तुम्हारी
आज मैं अकेला हूँ,तो क्या हुआ दोस्तो..एक दिन उसको भी मेरे बिना सब सुना सा लगेगा..
अपना तो कोई दोस्त नही है,
सब साले कलेजे के टुकडे है ।।