2 Line Motivational Shayari in Hindi
ठोकर नहीं खाओगे तो कैसे पता चलेगा कि
आप पत्थर के बने हैं या शीशे के
जीतने के लिए जरूरी है
आपका ज़िद्दी होना
रास्ते कभी खत्म नहीं होते,
बस लोग हिम्मत हार जाते हैं।
खुद में वो बदलाव लाईये !
जो आप दूसरों में देखना चाहते हैं !!
झूठी बातों पे जो वाह वाह करेंगे
वही लोग आपको तबाह करेंग
किस्मत मौका देती है !
लेकिन मेहनत सबको चौंका देती है
प्रगति हमेशा सभी सुख-सुविधाओं को
त्याग कर होती है
जितने ख़राब हालातो से आप लड़ेंगे,
कामयाबी उतनी ही बड़ी होगी
कठिन सड़कें हमेशा
खूबसूरत जगह की ओर ले जाती हैं
असफलता यह सिद्ध करती है
पूरे मन से नहीं बल्कि अधूरे मन से हुआ था
तलाश करो उन रास्तों की,
जहां से कोई गुजरा ना हो
रफ्तार धीमी ही सही मगर
उड़ान जरूर लंबी रखो
हीरे को परखना है तो अँधेरे का इंतज़ार करो,
धुप में तो काच के टुकड़े भी चमकते है
सफलता सही निर्णय के बाद आती है
और सही निर्णय असफलता के बाद
जीतने का मजा तब ही आता है,
जब सभी आपके हार का इंतज़ार कर रहे हो…!!
हजारो मिलो की यात्रा की शुरुआत
हमेशा एक कदम से ही होती है
अभी से वो होना शुरू कीजिये !
जो आप भविष्य में होंगे
घायल तो यहाँ, हर एक परिंदा है
मगर जो फिरसे उड़ सका वही जिन्दा है।
चमक सबको नज़र आती है,
अँधेरा कोई नहीं देख पाता
समझनी हैं जिन्दगी तो पीछे देखो,
जीनी हैं जिन्दगी तो आगे देखों
गलती उसे कहते हैं
जिससे आपने कुछ नहीं सीखा
अनुभव की “भट्टी” में जो तपकर जलते है,
दुनिया के बाजार में वही “सिक्के” चलते है
हम कई बार असफ़ल हो सकते है
लेकिन हार नहीं सकते
आपकी क्षमता सिर्फ आपकी एक कल्पना है
अगर हम पाने की इच्छा रखते हैं,
तो कोशिश भी हमें ही करनी पड़ेगी..!
सही समय पर, सही तरीके से,
सही चीज़ करना ही सफलता है
मिसाल क़ायम करने के लिए !
अपना रास्ता स्वयं बनाना होता है !!
अगर आपको हारने से डर लगता है तो !
जीतने की इच्छा कभी मत करना
अच्छे वक्त का इंतजार करो,
संघर्ष और धैर्य के साथ
हर छोटा बदलाव
बड़ी कामयाबी का हिस्सा होता है
सपने को पाने के लिए समझदार नहीं
पागल बनना पड़ता है
गलतियां इस बात का सुबूत हैं कि
आप प्रयास कर रहे हैं
अपने सपनों की उड़ान
किसी और के कहने पर मत भरो
मेहनत, हिम्मत और लगन
हर सपने को साकार करती है
केवल प्रयास ही नहीं बल्कि
जिद्द भी होना चाहिए सफलता पाने की।
आप जितना कठिन काम करेंगे
ज़रूर भाग्य उतना ही आप का साथ देगा
हमेशा चलते रहो भले ही आप
नर्क से ही क्यों ना गुज़र रहे हो
बोलने से पहले सोचना चाहिए क्योंकि बोले गए बात
केवल माफ किए जा सकते हैं भुलाए नहीं जा सकते
कुछ लोग उतने ही ख़ुश रहते हैं !
जितना वो अपने दिमाग़ में तय कर लेते हैं !!
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता,
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती..!!!
सोचने से कहाँ मिलते हैं तमन्नाओं के शहर,
चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए
ज्ञान से ज्यादा जरूरी है,
आपकी अपने लक्ष्य को पाने की इच्छा
डर बिना उम्मीद के नहीं हो सकता !
और उम्मीद बिना डर के !!
जो हमारी कमिया बतलाता है समझ लो वही लोग ही
हमलोग को काबिल बनाता है !!
ऐसा कौन व्यक्ति है, जिसमे कमी नहीं है
आसमान के पास भी तो जमीन नहीं है !!
जीवन दिन काटने के लिए नहीं,
परंतु कुछ महान कार्य करने के लिए है
अगर आप कल गिर गए थे
तो आज उठिये और आगे बढिये
जित का असली मजा तब आता है
जब आप कई बार हार चुके हो
अपनी समस्याओं को भगवान से कहें
न कि सोशल मीडिया पर !!
हिम्मत बढ़ानी हैं तो चुनौतियों को स्वीकार करों,
सफलता तुम्हारी कदम चूमेगी बस प्रयास करों
क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है जब वह
अपने आप को कमज़ोर और हारा हुआ पाता है
तू रख यकीन बस अपने इरादों पर,
तेरी हार तेरे हौसलों से तो बड़ी नहीं होगी।
सफलता का मुख्य आधार !
सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास है !!
बुरे वो लोग नहीं है जो आपको बुरा कहते है
बुरा आपका दिमाग है जो उनकी बात मान लेता है…!!!
सफलता की वह ऊंचाई किसी अभिशाप से कम नहीं
जो इंसानियत और दयाभाव खोकर प्राप्त की गई हो
ज़िन्दगी काफी तेज़ी से आगे बढ़ती रहती है,
अगर आप थोड़े समय के लिए भी रुके तो पीछे छूट जाओगे
अपनी ज़िन्दगी को सिर्फ आप स्वयं बदल सकते हो,
ये कार्य आपके लिए कोई और नहीं कर सकता
अगर आप के अंदर आत्मविश्वास की कमी हो जाती है
तो ये दुनिया डरावनी नज़र आती है
इंसान कहता है अगर पैसा हो तो मैं कुछ करके दिखाऊ
और पैसा कहता है कुछ करके दिखाओ तो मैं आऊ
लकीरें अपने हाथों की बनाना हमको आता है,
वो कोई और होंगे अपनी किस्मत पे जो रोते हैं।
मैदान में हारा हुआ इंसान फिर से जीत सकता है
लेकिन मन से हारा हुआ इंसान कभी नहीं जीत सकता
जो हारता है, वही जीत की
असली कीमत जानता है
हाथ की लकीरों की ताक़त का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है
की वे मुट्ठी में बंद होकर भी काबू में नहीं होती
इंसान को कभी भी घमंड और अभिमान नहीं करना चाहिए,
भगवान ने जाने कितने अभिमानी लोगों को मिट्टी से बनाकर मिट्टी में मिला दिया
दुनिया की सबसे अच्छी किताब हम स्वयं होते हैं,
खुद को समझ लीजिए सब समस्याओं का समाधान हो जाएगा
ज़िंदगी कोई गणित नहीं
जिसे समझना मुश्किल हो ,
ज़िंदगी तो ड्राइंग की तरह है
आपजो बनाएँगे बनता चला जाएगा
तुम अपनी नज़र में अच्छे रहो ,
ज़माने की नज़र तो खराब भी हो सकती है
बाहर से जितनी ठोकर लगेगी ,
तुम्हारे अंतर को उतना कठोर करेगी
खुद को सही साबित करने की होड़ में ,
लोग दूसरो को गलत साबित करने में कतराते नहीं है
जब कुछ पाने का फितूर होगा ,
तो उस चीज़ का मिलना ना दूर होगा
ज़िंदगी तब तक मुस्कुराएगी ,
जब तक आप मुस्कुरा रहे है
ज़िंदगी तब तक चलती जाएगी
जब तक आप चलते जा रहे है
जिसके होठो पर मुस्कान बस्ती है ,
उसके चेहरे पर ना ज़िंदगी की थकान दिखती है
वक़्त की धार तेज़ है ,
कि बड़े से बड़े ज़ख्म को काट देती है
जीने वालो के लिए ज़िंदगी एक मज़ा है ,
रोने वालो के लिए ज़िंदगी ज़ाहिर एक सजा है
जो वक़्त बीत गया उसकी क्या बात करे ,
जो वक़्त आज है चलो उससे मुलाकात करे
ज़िंदगी जीने के लिए चलो कुछ उसूल बनाते है ,
कुछ अच्छा याद रखते है कुछ बुरा भूल जाते है
कोई ज़िंदगी तब तक ख़ास नहीं होती ,
जब तक उसके परेशानिया पास नहीं होती
बुलंदियों के झुकने का तो इंतज़ार कर रहे हो ,
मगर अपनी मेहनत से ऊंचा होने का ना प्रयास कर रहे हो
कभी ज़िंदगी सताती है
कभी ज़िंदगी हसाती है
कभी नाचती है हमारे इशारो पे
तो कभी अपने इशारो पे हमे नचाती है
सुख भी है ज़िंदगी में दुःख भी है ,
जितना बोलती है ज़िंदगी
उतनी चुप भी है
ज़िंदगी में लाभ है तो हानिया भी है ,
कुछ गम मिल भी गए तो क्या
उस रब की हमपे मेहरबानियाँ भी है
हसकर जीना ही दस्तूर है ज़िंदगी का ,
एक यही किस्सा ही मशहूर है ज़िंदगी का
जिसके पास रब है ,
उसके पास सब है
ज़िंदगी तस्वीर भी है ज़िंदगी तक़दीर भी है ,
मनचाहे रंगो से बने तो तस्वीर
अनजाने रंगो से बने तो तक़दीर
ज़िंदगी को अगर आपको जीना नहीं आता ,
तो यू हुआ कि परिंदे को उड़ना नहीं आता
तू रख यकीन बस अपने इरादों परतू रख यकीन बस अपने इरादों पर,
तेरी हार तेरे हौसलों से तो बड़ी नहीं होगी।
इन्हीं ग़म की घटाओं से खुशी का चाँद निकलेगाइन्हीं ग़म की घटाओं से खुशी का चाँद निकलेगा,
अंधेरी रात के पर्दों में दिन की रौशनी भी होगी।
जिन के होठों पे हँसी पाँव में छाले होंगेजिन के होठों पे हँसी पाँव में छाले होंगे,
वही लोग अपनी मंज़िल को पाने वाले होंगे।
अपने किरदार को मौसम से बचाए रखनाअपने किरदार को मौसम से बचाए रखना,
लौट कर फूलों में वापस नहीं आती खुशबू।
यही सोच कर हर तपिश में जलता आया हूँयही सोच कर हर तपिश में जलता आया हूँ,
धूप कितनी भी तेज हो समंदर नहीं सूखा करते।
इत्र से कपड़ों को महकाना कोई बड़ी बात नहीं हैइत्र से कपड़ों को महकाना कोई बड़ी बात नहीं है,
मज़ा तो तब है जब आपके किरदार से खुशबू आये।
बढ़ के तूफ़ान को आगोश में ले ले अपनेबढ़ के तूफ़ान को आगोश में ले ले अपने,
डूबने वाले तेरे हाथ से साहिल तो गया।
सफलता हमेशा अकेले में गले लगाती हैसफलता हमेशा अकेले में गले लगाती है,
लेकिन असफलता हमेशा आपको सबके सामने तमाचा मारती है।
हमेशा याद रखना बेहतरीन दिनों के लिएहमेशा याद रखना, बेहतरीन दिनों के लिए,
बुरे दिनों से लड़ना पड़ता है।
मंज़िल तो मिल ही जाएगी भटक कर ही सहीमंज़िल तो मिल ही जाएगी भटक कर ही सही,
गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं।
हुकूमत बाजुओं के ज़ोर पर तो कोई भी कर लेहुकूमत बाजुओं के ज़ोर पर तो कोई भी कर ले,
जो सबके दिल पे छा जाए उसे इंसान कहते हैं।
सबब तलाश करो अपने हार जाने कासबब तलाश करो अपने हार जाने का,
किसी की जीत पर रोने से कुछ नहीं होगा।
चैन से रहने का हमको मशवरा मत दीजियेचैन से रहने का हमको मशवरा मत दीजिये,
अब मजा देने लगी है ज़िन्दगी की मुश्किलें।
खुद को यूँ खोकर ज़िन्दगी को मायूस न करखुद को यूँ खोकर ज़िन्दगी को मायूस न कर,
मंज़िलें चारों तरफ हैं रास्तों की तलाश कर।
आये हो निभाने को जब, किरदार ज़मीं परआये हो निभाने को जब, किरदार ज़मीं पर,
कुछ ऐसा कर चलो कि ज़माना मिसाल दे।
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मतदुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत,
यह एक चिराग कई आँधियों पे भारी है।
लोग चुन लें जिसकी तहरीरें देने के लिएलोग चुन लें जिसकी तहरीरें देने के लिए,
ज़िंदगी की वो किताब-ए-तर हो जाइए।
पंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिएपंख ही काफ़ी नहीं हैं आसमानों के लिए,
हौसला भी चाहिए ऊंची उड़ानो के लिए।
जरा दरिया की तह तक तू पहुंच जाने की हिम्मत करजरा दरिया की तह तक तू पहुंच जाने की हिम्मत कर,
तो फिर ए डूबने वाले, किनारा ही किनारा है।
मुस्कुराने के बहाने जल्दी खोजो वरनामुस्कुराने के बहाने जल्दी खोजो वरना,
ज़िंदगी रुलाने के मौके तलाश लेगी।
कल यही ख्वाब हकीकत में बदल जायेंगेकल यही ख्वाब हकीकत में बदल जायेंगे,
आज जो ख्वाब फकत ख्वाब नजर आते हैं।
हजार बर्क गिरे लाख आंधियाँ उठेहजार बर्क गिरे लाख आंधियाँ उठे,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं।
खुदा गवाह है दोनों हैं दुश्मने-परवाजखुदा गवाह है दोनों हैं दुश्मने-परवाज,
ग़म-ए-कफस हो या राहत हो आशियाने की।
निंदा तो उसकी होती है जो ज़िंदा हैनिंदा तो उसकी होती है जो ज़िंदा है,
मरे हुए की तो बस तारीफ ही होती है।
जो अपनी जिंदगी में कुछ पाना चाहते हैंजो अपनी जिंदगी में कुछ पाना चाहते हैं,
वो समंदर में भी पत्थरों के पुल बना लेते हैं।
अगर अपनी औकात देखनी है तो बाप के पैसों का इस्तेमालअगर अपनी औकात देखनी है,
तो बाप के पैसों का इस्तेमाल करना छोड़ दो।
लोग कमियां निकालते रहे मुझमेलोग कमियां निकालते रहे मुझमे,
मैं खामोशी से सफलता के रास्ते पर चल पड़ा।
जिस व्यक्ति में सफलता के लिए आशा और आत्मविश्वास हैजिस व्यक्ति में सफलता के लिए आशा और आत्मविश्वास है,
वही व्यक्ति उच्च शिखर पर पहुंचते हैं।
छोटी-छोटी बातों में सच को गंभीरता से नहीं लेता हैजो छोटी-छोटी बातों में सच को गंभीरता से नहीं लेता है,
उस पर बड़े मसलों में भी भरोसा नहीं किया जा सकता।
स्त्री कभी नही हारती उसे हराया जाता हैस्त्री कभी नही हारती, उसे हराया जाता है,
समाज क्या कहेगा यह कहकर उसे डराया जाता है।
अपने अंदर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का करेंअपने अंदर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का करें,
क्योंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है।
उठो तो ऐसे उठो कि फक्र हो बुलंदी कोउठो तो ऐसे उठो कि फक्र हो बुलंदी को,
झुको तो ऐसे झुको बंदगी भी नाज़ करे।
कोई गिरने में राजी है कोई गिराने में राजी हैकोई गिरने में राजी है कोई गिराने में राजी है,
जो गिर कर संभल जाएं वही जीतता बाजी है।
एक सपना जादू से हकीकत नहीं बन सकताएक सपना जादू से हकीकत नहीं बन सकता,
इसमें पसीना, दृढ संकल्प और कड़ी मेहनत लगती है।
ज़िन्दगी है मगर गर्मी-ए-रफ्तार का नामज़िन्दगी है मगर गर्मी-ए-रफ्तार का नाम,
मंज़िलें साथ लिये राह पे चलते रहना।
एक सूरज था कि तारों के घराने से उठाएक सूरज था कि तारों के घराने से उठा,
आँख हैरान है क्या शख़्स ज़माने से उठा।
एक हारा हुआ इंसान हारने के बाद भी स्माईल करे तोएक हारा हुआ इंसान, हारने के बाद भी स्माईल करे तो,
जितने वाला अपनी जीत की खुशी खो देता है।
संघर्ष इंसान को मजबूत बनाता हैसंघर्ष इंसान को मजबूत बनाता है,
फिर चाहे वो कितना भी कमजोर क्यो न हो।
हम कुछ भी जीते जी नही पा सकतेहम कुछ भी जीते जी नही पा सकते,
जब तक हमारे अंदर उसके लिए मर जाने का जुनून न हो।
जो मंजिलों को पाने की चाहत रखते हैजो मंजिलों को पाने की चाहत रखते है,
वो समुन्द्रों पर भी पत्थरो के पुल बना देते है।
कमजोर होते है वो लोग जो शिकवा किया करते हैकमजोर होते है वो लोग जो शिकवा किया करते है,
उगने वाले तो पत्थर का सीना चीर के भी उगा करते है।
ज़िन्दगी आसान नही होती इसे बनाना पड़ता हैज़िन्दगी आसान नही होती इसे बनाना पड़ता है,
कुछ अंदाज से, कुछ नजरअंदाज से।
लोग पीठ पीछे बड़बड़ा रहे हैलोग पीठ पीछे बड़बड़ा रहे है,
लगता है हम सही रास्ते पर जा रहे है।
जिस नज़र से आप इस दुनिया को देखेंगेजिस नज़र से आप इस दुनिया को देखेंगे,
ये दुनिया आपको वैसी ही दिखेगी।
हाथ बांधे क्यों खड़े हो हादसों के सामनेहाथ बांधे क्यों खड़े हो हादसों के सामने,
हादसें भी कुछ नही है हौंसलो के सामने।
कैसे हार जाऊं मैं इन तकलीफों के सामनेकैसे हार जाऊं मैं इन तकलीफों के सामने,
मेरी माँ तरक्की की आस में कब से बैठी है।
आदमी गलती करके जो सीखता हैआदमी गलती करके जो सीखता है,
वो किसी और तरह से नही सीख सकता।
दीया बुझाने की फितरत बदल भी सकती है दीया बुझाने की फितरत बदल भी सकती है,
कोई चिराग हवा पे दवाब तो डाले।
हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होतेहौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते,
हर तकलीफ़ में ताकत की दवा देते हैं।
मुश्किलें जरूर है मगर ठहरा नही हूँ मैं,
मंजिलों से कह दो अभी पहुंचा नही हूँ मैं।
बंदा तो इस इकरार पै बिकता है तेरे हाथ,
लेना है अगर मोल तो आज़ाद न करना।
अपना ज़माना आप बनाते हैं अहले दिल,
हम वो नहीं कि जिसको ज़माना बना गया।
वही हक़दार हैं किनारों के,
जो बदल दें बहाव धारों के।
ख़ुदा तौफीक़ देता है जिन्हें, वो यह समझते हैं,
कि ख़ुद अपने ही हाथों से बना करती हैं तक़दीरें।
कुछ लोग थे कि वक़्त के सांचे में ढल गए,
कुछ लोग थे कि वक़्त के सांचे में बदल गए।
अब हवाएं ही करेंगी रौशनी का फ़ैसला
जिस दिए में जान होगी वो दिया रह जाएगा।
इन्हीं ग़म की घटाओं से ख़ुशी का चांद निकलेगा
अंधेरी रात के पर्दे में दिन की रौशनी भी है।
जो तूफ़ानों में पलते जा रहे हैं
वही दुनिया बदलते जा रहे हैं।
तीर खाने की हवस है तो जिगर पैदा कर
सरफ़रोशी की तमन्ना है तो सर पैदा कर।
तू शाहीं है परवाज़ है काम तेरा
तिरे सामने आसमां और भी हैं।
भंवर से लड़ो तुंद लहरों से उलझो
कहां तक चलोगे किनारे-किनारे।
हज़ार बर्क़ गिरे लाख आंधियां उठें
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं।
मेरे टूटे हौसले के पर निकलते देख कर
उस ने दीवारों को अपनी और ऊंचा कर दिया।
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है।
हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं।
हवा ख़फ़ा थी मगर इतनी संग-दिल भी न थी
हमीं को शमअ जलाने का हौसला न हुआ।
गर शौके-तसादुम है तो टकराए जमाना,
इक उम्र में पत्थर का जिगर हमने बनाया।
देख यूं वक़्त की दहलीज़ से टकरा के न गिर,
रास्ते बंद नहीं सोचने वालों के लिए।
ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है।
कहिए तो आसमां को ज़मीं पर उतार लाएं
मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिए।
रास्ता कट भी जाता मंज़िल की चाह में,
फिर चाहे जितने भी हो कंकर कांटे राह में ।।
सफल होकर हमें दुनिया जानती है,
और असफल होकर हम दुनिया को जान जाते है ।।
रोता नहीं में, मुझे और भी काम है,
हार गया तो क्या, मेरा आने वाली जीत पर ध्यान है ।।
मज़बूत बनो चट्टान की तरह, ताकि कोई हिला ना पाए,
कोई कोशिश भी करे हिलने की तो उसकी ताकत काम पड़ जाये ।।
उम्र का मोड़ चाहे कोई भी हो,
बस धड़कनो में नशा ज़िन्दगी जीने का होना चाहिए ।।
चले गए बुरे दिन, अब वापस नहीं आयंगे,
अब मत चिंता कर कुछ बुरा होने की,
वर्ण यह दिन भी बुरे हो जायँगे ।।
इतना मज़बूत बना लो खुदको की मुश्किलों से फ़राज़ न पड़े,
इतनी तैयारी रखो खुदकी की बुरा वक़्त भी बुरा ना लगे ।।
कभी कभी अकेले शांति में बैठना,
कई समस्याओ का समाधान होता है ।।
तिकी निगाहे लक्ष्ये पर, पाने का अरमान,
जज़्बा है अगर जीत का, होती नहीं थकान ।।
महान बनने से ठीक पहले,
व्यक्ति को एक अच्छा इंसान बनना पड़ता है ।।
उसने दर्द को अपनी ताकत बनाया है,
कुछ कर दिखाने का सपना खुली आँखों से सजाया है ।।
कभी खुद से मिल कर देखो, कभी खुद संग चल कर देखो,
ज़माने की भीड़ में किसकी तलाश करोगे तुम, कभी तो खुद से मिल कर देखो ।।
मत बेथ आशियाँ में पैरों को समेत कर,
कर हौसला खुली फिज़ाओ में उड़ान का
थक गये पैर लेकिन हिम्मत नहीं हारी,
जज्बा है जीने का, सफर है अभी जारी।
सीख ली जिसने अदा गम में मुस्कुराने की,
उसे क्या मिटायेंगी गर्दिशें जमाने की।
ठहर के पाँव के काँटे निकालने वाले,
ये होश है तो जुनूँ कामयाब क्या होगा।
आँख में रंज है, चेहरे पे शिकन बाकी है,
अए जिंदगी, तेरे लहजे में थकन बाकी है,
कटे हैं पर और कफस में है परिंदा भी,
मगर निगाह में मंजिल की लगन बाकी है।
वाक़िफ़ कहाँ ज़माना हमारी उड़ान से,
वो और थे जो हार गए आसमान से।
आँधियों में भी जो जलता हुआ मिल जाएगा,
उस दीये से पूछना, मेरा पता मिल जाएगा।
हार तब होती है जब मान लिया जाये
जीत तब होती है जब ठान लिया जाये।
हाथ बाँधे क्यों खड़े हो हादसों के सामने,
हादसे कुछ भी नहीं हैं हौसलों के सामने।
न पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है,
अभी तो सफर का इरादा किया है,
न हारुंगा हौसला उमर भर,
ये मैंने खुद से वादा किया है।
जीत की ख़ातिर बस जूनून चाहिए,
जिसमें उबाल हो ऐसा खून चाहिए,
ये आसमां भी आ जाएगा ज़मीं पर ,
बस इरादों में जीत की गूँज चाहिए।
जो यक़ीं के राह पर चल पड़े,
उन्हें मंज़िलों ने पनाह दी,
जिन्हे वस्वसों ने डरा दिया,
वो कदम-कदम पर बहक गए।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ से पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
ज़िस बंदे में लडने के जज्बात होते है
उसी के क़दमो मे कामयाबी होती है..!
“सफल होनें के लिये
असफ़ल
होना बहुत जरूरी हैं I”
अतीत जिनका बुरा होता है
ख्वाब उसी का ज़माने मे पूरा होता हैं..!
यह लाइफ हसीन हैं इससें प्यार क़रो,
अभी हैं रात तो सुब़ह का इन्तज़ार क़रो,
वो पल भी आयेगा ज़िसकी तमन्ना हैं आपको,
भगवान पर रख़ो भरोसा वक़्त पर ऐतबार क़रो।
हौसलें भी क़िसी हाकीम से क़म नही होतें,
हर तक़लीफ मे ताक़त की दवा देतें है।
“जो अपनें आप को पढ सक़ता हैं,
वो दुनियां मे कुछ भी सीख़ सक़ता हैं I”
एक सूरज़ था कि तारो के घरानें से ऊठा,
आंख हैरान हैं क्या शख्स जमाने से ऊठा।
जिसको काटों पे भी चलनें की जिद्द होती हैं
इस दुनिया में उसी की तरक्क़ी होती हैं..!
यहीं सोचक़र हर तपिश मे ज़लता आया हूं,
धुप कितनी भी तेज़ हो समन्दर नही सूख़ा करते।
“ज़िस दिन आपनें ये सीख़ लिया
कि सीख़ते कैसे हैं,
फ़िर आप क़ुछ भी ज़ीत सकते हैं II
लकिरे अपने हाथो की ब़नाना हमक़ो आता हैं,
वो कोईं और होगे जो अपनी क़िस्मत का रोना रोते है।
“अपने आप कों बनानें के लिये,
अपनें आप को दांव लग़ाना पड़ता है I”
अग़र लाइफ में कामयाब होना चाहते हो
तो धैर्यं को अपना सच्चा दोस्त बना लो..!
काम क़रो एसा कि एक़ पहचान बऩ जाए,
हर क़दम ऐसा चलों कि निशां बन जाए,
यहा जिन्दगी तो हर कोईं बिता लेता है,
जिन्दगी ज़ियो इस कदर् कि मिशाल बन जाए।
“जिनको औरों से ज्यादा खुद पर भरोसा होता हैं,
उनका मुक़ाबला बस अपनें साथ ही होता हैं II”
जिनका विजन बडा होता है
उनके कदमों मे यह ज़हां होता हैं..!
जीवन को कामयाब ब़नाना चाहते हों ,
तो एक़ बात ज़रूर याद रखना
बेशक़ पॉव फिसल जाये
पर जुबां कभी फ़िसलने न देना
मुझ़े ऊंचाईयो में देख़ कर हैंरान है कुछ लोग़ ,
बेशक़ उन्होने मेरे पैरो के छालें नही देख़े
मजिले क्या हैं, रास्ता क़्या हैं?
हौंसला हो तो फ़ासला क़्या हैं
वक़्त से लडकर जो नसींब ब़दल दे,
इन्सान वहीं जो अपनी तक़दीर बदल दें,
क़ल क्या होगा कभीं मत सोचों,
क़्या पता क़ल वक्त ख़ुद अपनी तस्वीर ब़दल ले।
लाइफ ऐसें जिओ जो स्वयं को पसन्द हो ,
लोगो की पसन्द तो हर समय बदलती हैं
हवाओ के भरोसें मत उड,
चट्टानें तूफ़ानो का भी रुख़ मोड देती है,
अपने पंख़ो पर भरोसा रख़,
हवाओ के भरोसें तो पतंगे उडा क़रती है।
दिया बुझ़ाने की फ़ितरत बदल भी सक़ती हैं,
कोईं चिराग हवा पे दवाब़ तो डालें।
सक्सेस उसी इन्सान को मिलती हैं
जो हर हालात से लडना ज़ानता है..!
बहानें वे हीं बनाते है ज़ो ,
अपनें ड्रीम को शिद्दत से नही चाहतें
जो अपने आपकों नही बदल सक़ते ,
वे जीवन कुछ भी नही ब़दल सक़ते
सुख़ दुःख़ की धुप-छांव से आगें निक़ल के देख,
ईन ख्वाहिशो के गॉव से आगे निक़ल के देख़,
तूफ़ान क्या डूबाएगा तेरी क़श्ती को,
आंधियो की हवाओ से आगे निक़ल दे देख़।
हर छोटी क़ोशिश जिन्दगी मे बडी
सफ़लता का मार्ग ख़ोलती हैं..!
जीतेगे हम यें वायदा क़रो,
कौशिश हमेंशा ज्यादा क़रो
क़िस्मत भी रूठै पर हिम्मत ना टूटें
मज़बूत ईतना इरादा क़रो!
दुनियां आपको चिढ़ाऐगी, गिरायेगी
दुनियां का काम ही यहीं हैं
पर तुम्हे इससें कोई फ़र्क नही पडना चाहिये
इत्तेफ़ाक अपनी ज़गह खुश-किस्मती अपनी ज़गह
खुद बनाता हैं जहॉ मे आदमी अपनी ज़गह
अक़ेले ही लडनी पडती हैं जीवन की जंग़
खुशियो मे तो सब होते है संग़
उदासियो की वज़हे तो बहुत है जिन्दगी मे,
बेवज़ह खुश रहनें का मज़ा ही कुछ और हैं।
ज़िस इन्सान की सोच बडी होती हैं
उसी के सफ़र मे मुशिबते खडी होती हैं..!
इन्ही गम की घटाओ से खुशी का चॉद निक़लेगा
अंधेरी रात के पर्दें मे दिन की रोशनी भी हैं
कौंन क़हता हैं कामयाबी
क़िस्मत तय क़रती हैं,
इरादो मे दम हों तो
मंज़िले भी झ़ुका करती हैं।
आज के रिश्तों का कड़वा सच है
जितना ज्यादा महत्व देगे
उतना ज्यादा नजरंदाज होंगे
चिरागों तक़ को जहॉ मय्यसर नही रौंशनी,
लौं उम्मीद की हमनें वहॉ भी ज़लाए रखीं।
उम्मींद और विश्वास ही जिन्दगी के आधार हैं
इनसें चलता इन्सानियत का बाज़ार हैं..!
क़श्तिया सब की किनारें पे पहुच ज़ाती हैं
नाखुदा जिन का नही उन का खुदा होता हैं
मिल सक़े आसानीं से
उसकी ख्वाहिश क़िसे हैं,
जिद्द तो उसक़ी हैं ज़ो
मुक़द्दर मे लिख़ा ही नही हैं।
बुद्धिमान व्यक्ति का दिमाग ज्यादा चलता हैं
तथा मूर्खं लोगों की जुबां
नजर-नजर मे उतरना क़माल होता हैं,
नफस-नफस मे बिख़रना क़माल होता हैं,
बुलन्दियो पे पहुंचना कोई क़माल नही,
बुलन्दियों पर ठहरना क़माल होता हैं।
बुरा वक्त नहीं बुरें हलात होते हैं
दिल साफ़ रख़ो तो ख़ुदा भी पास होता हैं..!
कोशिश भी क़र उम्मीद भी रख़ रास्ता भीं चुन
फ़िर इसकें बाद थोडा मुकद्दर तलाश क़र
आपको अरबपति के ज़ैसे सोचने के लिये ,
आपकें कोई पैसे नही लग़ते है.
खुद को यूं खोक़र जिन्दगी को माय़ूस न क़र,
मंजिलें चारो तरफ़ है रास्तो की तलाश क़र।
ख़ुद पर यकीं
करना सीख़ लो ज़नाब
तुम्हारी तक़दीर भी
तुम्हारें कदमों मे होगी..!
खुद को क़र बुलन्द इतना कि हर तकदिर से पहिले
ख़ुदा बन्दे से ख़ुद पूछें बता तेरी रजा क्या हैं
थोडा सब्र रख़ो अभीं इम्तहान ज़ारी हैं,
वक्त ख़ुद कहेंगा चल अब तेरी बारी हैं!
सब़ कुछ अच्छा होने का Wait करोगे
तो wait ही करते रह ज़ाओगे
हिम्मत क़रो, उठों और सब अच्छा क़रो
चैंन से रहने का हमक़ो मश्वरा मत दीज़िए,
अब मज़ा देने लगी हैं जिन्दगी की मुश्कि़ले।
ऊँगलिया बहुत ऊठेगी
ज़ब भी तू क़दम बढायेगा
मग़र आख़िर मे ऐ मुसाफ़िर तू
मेहनत के दम पर जीत जायेगा..!
बढते चलों यहा तक ये ज़िदगी ले जाये
अपनी कामयाबी क़ी कहानी क़ो
नये अन्दाज मे लिख़ते चले जाये..!
चलें चलिये कि चलना ही दलील-ऐ-क़ामरानी हैं
जो थक़ कर बैंठ ज़ाते है वो मंजिल पा नही सक़ते
जहॉ रहेगा वही रोशनी लुटायेगा
किसी चिराग का अपना मक़ॉ नही होता
अपने हौसलें बुलन्द क़र,
मंजिल तेरें बहुत क़रीब हैं,
बस आगे बडता जा,
यह मंजिल ही तेरा नसीब़ हैं
देख़ जिदां से परे रंग-ए-चमन ज़ोश-ए-ब़हार
रक्स क़रना हैं तो फ़िर पांव की जज़ीर न देख़
आपक़ी लक आपको मौक़ा देगी,
पर आपकी मेहनत सबक़ो चौका देगी।
दुनियां मे ज़ितनी अच्छी बाते है ,
सब कहीं ज़ा चुकी है
बस ऊन पर अमल क़रना बाक़ी हैं
ज़िन के होठो पे हंसी पांव मे छाले होगे,
वही लोग़ अपनी मंजिल को पाने वाले होगे
समय दुनियां का सब़से
बडा सर्वश्रेष्ठ गुरु हैं
जो हमें जिदग़ी की
सही क़ीमत ब़ताता हैं..!
न हम-सफर न क़िसी हम-नशी से निक़लेगा
हमारें पांव का क़ाटा हमी से निक़लेगा
जिन्दगी छोटी नही होती ब़स
हमारी ख़्वाईश बदल ज़ाती हैं,
उसी तरह कोईं बुरा नही होता
ब़स हमारी सोच ब़दल ज़ाती है!
कभीं कभीं कुछ बननें के लिये
पहलें आपका अपमान होना ज़रूरी होता हैं
मेरें हाथो की लक़िरो के इजाफे है ग़वाह,
मैनें पत्थर की तरह ख़ुद को तराशा हैं बहुत।
पैंदा वो बात क़र कि तुझ़े रोये दूसरें
रोना खुद अपने हाल पें ये जार जार क्या
ग़लती पीठ क़ी तरह होती हैं ,
दूसरो को दिख़ती हैं ख़ुद को नही
ग़र पाना हैं मंजिल तो
अपना रहनूमा ख़ुद बनो,
वो अक्सर भटक़ ज़ाते है
जिन्हे सहारा मिल ज़ाता हैं।
मंज़िल पानें के लिये कीचड मे
पैंर ना रख़ना ऐ दोस्त फ़िर
चाहें रास्ता थोडा और
लम्बा ही क्यों ना हों जाये..!
यू ही नही मिलती राहीं को मंजिल,
एक़ ज़ुनून सा दिल मे ज़गाना होता हैं,
पूछा चिडिया से क़ैसे ब़नाया आशियाना,
बोली-भरनी पडती हैं उडान बार बार,
तिनक़ा-तिनक़ा उठाना होता हैं।
फरागत से दुनियां मे हर दम न बैठों
अग़र चाहते हो फरागत जियादा
मन्जिल उन्ही को मिलती हैं,
ज़िनके सपनों मे ज़ान होती हैं,
पंख़ से क़ुछ नही होता,
हौसलो से उडान होती हैं।
सब्र रख़ मेहनत क़र ,
तेरें नसीब़ का तुझ़े ही मिलेंगा ,
क़िसी और को ऩही
ज़ो न पूरा हों उसे अरमान क़हते है,
जो न बदलें उसें इमान क़हते है,
जिन्दगी मुश्कि़लो मे भलें ही बींत जाए,
पर जो झ़ुकता नही उसें इंसान क़हते है।
क़ुछ पानें की
जिद्द लेकर निकल पडा
एक़ राही आख़िर में
ज़माना उसकें साथ था..!
बारें दुनियां में रहों गम-जदा या शाद रहों
ऐसा क़ुछ कर के चलों यां कि बहुत याद रहों
जिन्दगी आपक़ो बहुत कूछ देनें के लिए तैंयार हैं ,
उसें पाने के लिये आपक़ो उसके क़ाबिल बनना पडेगा
सब़ब तलाश करों अपने हार ज़ाने का,
क़िसी की ज़ीत पर रोनें से क़ुछ नही होगा।
वक़्त की शाख़ को तोड
लानें का हूनर रख़ते हैं
ए जिन्दगी हम ग़म मे भी
मुस्करानें का हूनर रख़ते हैं..!
मंजिले न भूलेगे राह-रौं भटक़ने से
शौक को तअल्लुक ही क़ब हैं पांव थक़ने से
हर मील कें पत्थ़र पर लिख़ दो यह ईबारत,
मंजिल नही मिलती नाक़ाम इरादो से।
वक़्त की शाख़ को तोड
लानें का हूनर रख़ते हैं
ऐ जिन्दगी हम ग़म मे भी
मुस्करानें का हुनर रख़ते हैं..!
सब़कुछ मिल जाएगा तो तमन्ना क़िसकी क़रोगे,
अधुरी ख़्वाहिशे ही तो ज़ीने का मजा देती है।
ये और ब़ात कि आंधी हमारें बस मे नही
मग़र चराग ज़लाना तो इख्तियार मे हैं
मंजिल मिल हीं जाऐगी भटक़ते
हुवे ही सहीं, गुमराह तों वो है,
जो घर से निक़ले नही।
खुदी को कर बुलन्द इतना कि तकदीर से पहले
खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है।
बढ़ के तूफ़ान को आग़ोश में ले ले अपनी,
डूबने वाले तेरे हाथ से साहिल तो गया।
यदि अंधकार से लड़ने का संकल्प कोई कर लेता है,
तो एक अकेला जुगनू भी सब अन्धकार हर लेता है।
दिल साफ़ करके मुलाक़ात की आदत डालो,
धूल हटती है तो आईने भी चमक उठते हैं.
ज़िंदा रहना है तो हालात से डरना कैसा,
जंग लाज़िम हो तो लष्कर नहीं देखे जाते।
जो सफर की शुरुआत करते हैं,
वे मंजिल भी पा लेते हैं
बस एक बार चलने का हौसला रखना जरुरी है क्योंकि,
अच्छे इंसानों का तो रास्ते भी इन्तजार करते हैं
लहरों को शांत देख कर ये न समझना की समंदर में रवानी नहीं है..
जब भी उठेंगे तूफान बन के उठेंगे..
अभी उठने की ठानी नहीं है
साथी तो मुझे सुख में चाहिए
दुःख में तो मै अकेला ही काफी हूँ
आसमान में उड़ने वाले जरा ये खबर भी रख,
जन्नत पहुँचने का रास्ता मिट्टी से ही गुजरता है
जब मुझे यकीन है के खुदा मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।
नया हूँ अभी धीरे धीरे सीख जाऊंगा.. पर,
किसी के सामने झुक कर अपनी पहचान नहीं बनाऊंगा
हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते ;
क्या करू मुझे आदत हे मुस्कुराने की ।
जिस-जिस पर ये जग हँसा है,
उसी ने इतिहास रचा है।
नसीब जिनके ऊँचे और मस्त होते है,
इम्तिहान भी उनके जबरदस्त होते है।
जो अपनी जिंदगी में कुछ पाना चाहते हैं,
वो समंदर में भी पत्थरों के पुल बना लेते हैं।
पैसे को दिमाग मे नही जेब मे रखना चाहये,
रिश्तों को खुले में नही दिलों में रखना चाहिये।
रोज़ रोज़ गिर कर मुकम्मल खड़ा हूँ,
ज़िन्दगी देख, मैं तुझसे कितना बड़ा हूँ.
खुदी को कर बुलन्द इतना कि तकदीर से पहले
खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है।
जब टूटने लगे हौंसला तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख़्त-ओ-ताज नहीं होते,
ढूढ़ लेना अंधेरे में ही मंजिल अपनी दोस्तों,
क्योंकि जुगनू कभी रोशनी के मोहताज़ नहीं होते।
होके मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
जिन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये।
एक रास्ता यह भी है, मंजिलों को पाने का,
कि सीख लो तुम भी हुनर, हाँ में हाँ मिलाने का
यक़ीन हो तो कोई रास्ता निकलता है,
हवा की ओट भी ले कर चराग़ जलता है।
तिनका हूँ तो क्या हुआ, वजूद है मेरा,
उड़-उड़ कर हवा का रूख तो बताता हूँ।
जिन्दा रहो जब तक, लोग कमियां ही निकालते हैं ,
मरने के बाद जाने कहाँ से इतनी अच्छाइयां ढूंढ लाते हैं।
नज़र-नज़र में उतरना कमाल होता है, नफ़स-नफ़स में बिखरना कमाल होता है,
बुलंदियों पे पहुँचना कोई कमाल नहीं, बुलंदियों पे ठहरना कमाल होता है।
जिनके इरादे नेक होते है..
उनके दोस्त अनेक होते हैं !!
ऐ दोस्त मत सोच इतना जिन्दगी के बारे में,
जिसने जिन्दगी दी है उसने भी तो कुछ सोचा होगा।
पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते,
कठिनाई और संघर्ष सहे बिना अच्छे दिन नहीं आते।
तुम्हारे घर में दरवाजा है लेकिन तुम्हे ख़तरे का अंदाजा नही है,
हमे ख़तरे का अंदाजा है लेकिन हमारे घर में दरवाजा नही हैं।
जिसके पास उम्मीद है वो
लाख बार हार कर भी नहीं हार सकता.
सोचने वालों की दुनिया
दुनिया वालों की सोच से अलग होती है
कौन कहता है की खुदा दिखाई नहीं देता,
एक वो ही तो दिखता है जब कोई दिखाई नहीं देता
क्यों घबराता है पगले दुःख होने से,
जीवन तो प्रारम्भ ही हुआ है रोने से।
मैने सीखा है इन पत्थर की मुर्तीयों से,
भगवान बनने से पहले पत्थर बनना जरुरी है
उठाना खुद ही पड़ता है थका टुटा बदन अपना।
की जब तक साँसे चलती है कन्धा कोई नही देता।
मुस्कुराना तो मेरी शख्सियत का एक हिस्सा है दोस्तों,
तुम मुझे खुश समझ कर दुआओ में भूल मत जाना…
देखे जो बुरे दिन तो ये बात समझ आई,
इस दौर में यारों का औकात से रिश्ता है
तिनका हूँ तो क्या हुआ, वजूद है मेरा,
उड़-उड़ कर हवा का रूख तो बताता हूँ।
जो दिलो में शिकवे और जुबान पर शिकायते कम रखते है,
वो लोग हर रिश्ता निभाने का दम रखते हैं
मजा आता है किस्मत से लड़ने में,
किस्मत आगे बढ़ने नहीं देती
और मुझे रुकना आता नही
जीवन में कभी किसी को कसूरवार न बनाये
अच्छे लोग खुशियाँ लाते हैं, बुरे लोग तजुर्बा
जब जेब में रुपये हो तो दुनिया आपकी औकात देखती है,
और जब जेब में रुपये न हो तो दुनिया अपनी औकात दिखाती है
इतर से कपड़ों का महकाना कोई बड़ी बात नहीं है ,
मज़ा तो तब है जब आपके किरदार से खुशबु आये.
टुटी कलम और, औरो से जलन,
खुद का भाग्य लिखने नहीं देती।
जिस दिन आपने अपनी सोच बड़ी कर ली ,
बड़े बड़े लोग आपके बारे मे सोचना शुरू कर देंगे
सारा शहर अब जलने लगा है मुझसे ,
यकीनन कुछ अच्छा किया होगा मैंने
आओ हम चाँद का क़िरदार अपना ले..
दाग अपने पास रख ले, और रोशनी बाँट दें
जितना चाहे रूला ले मुझको तूँ ऐ जिन्दगी
हंसकर गुजार दूँगा तुझको, ये मेरी भी जिद्द है
चलने की कोशिश तो करो, दिशाए बहुत है,
रस्तो पे बिखरे काटो से ना डरो,
तुम्हारे साथ दुआए बहुत है
जब तमन्ना जवान होती है,
ज़मीं भी आसमान होती है