2 लाइन दर्द भरी शायरी:2 line sad Shayari
2 line sad Shayari: दिल की गहराइयों से निकली एक अनमोल भावना
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परिचय
शायरी हमारे साहित्यिक और भावनात्मक भावनाओं को व्यक्त करने का एक शानदार तरीका है। यह कविता की रूप में हमारे दिल की गहराइयों से उभरी भावनाओं को साझा करता है। आज हम आपको लेकर आए हैं 2 लाइन दर्द भरी शायरी, जिसमें हम व्यक्तिगत भावनाओं को छूने वाली बातें साझा करेंगे।
हृदय की गहराइयों से आवाज़ें
जब हमारा दिल दुखता है, तो शब्दों का जादू होता है, जो हमें आपसी जुड़ाव और संवाद के माध्यम से अपनी भावनाओं को साझा करने में मदद करते हैं। इन 2 लाइन दर्द भरी शायरी के माध्यम से हम आपको अपने दिल की बातें सुनाएंगे:
1. दिल के दर्द का एहसास
दर्द के लिए कोई भी शब्द कम है, लेकिन ये शब्द हमारे दिल के दर्द को व्यक्त करते हैं।
2. ज़िन्दगी के दर्दों का सामना
ज़िन्दगी के दर्दों का सामना करना हमारे जीवन का हिस्सा है, और यही हमें मजबूत बनाता है।
3. खोए हुए ख्वाब
ख्वाबों का सच होता है, लेकिन कभी-कभी हम उन्हें खो देते हैं।
अपनी भावनाओं का एक रूप
यह 2 लाइन दर्द भरी शायरी हमारे अंतरात्मा की गहराइयों से निकली है। इन शब्दों में हमारी भावनाओं का एक खास रूप है:
4. बिना शब्दों के
जिन भावनाओं को हम शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते, वे इस शायरी के माध्यम से भी जाहिर होते हैं।
आखिरी विचार
इस 2 लाइन दर्द भरी शायरी के माध्यम से, हमने दिल की गहराइयों से निकली भावनाओं को साझा किया। यह शब्द हमारे दर्द और सुख के पलों को अद्वितीयता के साथ छूते हैं। इसमें हमारी व्यक्तिगत भावनाओं का संवाद है, जो हमारे दिल के करीब हैं।
5 अद्वितीय FAQs
1. शायरी क्यों महत्वपूर्ण है?
शायरी हमारे भावनात्मक और साहित्यिक अभिव्यक्ति का माध्यम होती है, जो हमें अपने दर्द और खुशी को साझा करने में मदद क
जुबां को रोको तो आँखों में झलक आता है,
ये जज्बा-ए-इश्क है जनाब इसे सब्र कहाँ आता है !
अगर मोहब्बत नही थी तो बता दिया होता,
इस दिल को टूटने से बचा लिया होता !
मुझे छोड़कर वो खुश है तो शिकायत कैसी,
अब मैं उन्हें खुश भी ना देखूं तो मोहब्बत कैसी !
जिन्दगी की हकीकत बस इतनी सी है,
की इंसान पल भर में याद बन जाता है !
अपनी तन्हाई में तनहा ही अच्छा हूँ
मुझे जरूरत नहीं दो पल के सहारो की !
लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है,
शायद उन्होंने मेरा हदों से गुजरना नहीं देखा !
शिकायत तों मुझे खुद से है,
तुझसे तो आज भी इश्क है !
हादसे जान तो लेते हैं मगर सच ये है,
हादसे ही हमें जीना भी सीखा देते हैं !
देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,
नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गजब की थी !
मेरी कोशिश हमेशा से ही नाकाम रही,
पहले तुझे पाने की अब तुझे भुलाने की !
दर्द जो बेहिसाब दिया है आपने,
काश प्यार भी ऐसा ही किया होता !
वो आज फिर से मिले अजनबी बनकर,
और हमें आज फिर से मोहब्बत हो गई !
ये हवाए उड़ा ले गयी मेरी सारी खुशिया,
ऐसा लगता है मुझपे हँस रही है सारी दुनियां !
आज मैंने तलाश किया उसे अपने आप में,
वो मुझे हर जगह मिला मेरी तकदीर के सिवा !
दुश्मनो की अब किसे जरूरत है,
अपने ही काफी है दर्द देने के लिए !
नाराजगी चाहे कितनी भी क्यो न हो तुमसे,
तुम्हें छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नही रखते !
जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा,
इतना कीमती पत्थर कहाँ से खरीदा है !
बेशक नजरों से दूर हो,
पर तुम मेरे सबसे करीब हो !
फिक्र तो तेरी आज भी करते हैं,
बस जिक्र करने का हक नही रहा !
तेरे एक खत के इंतजार में हमने,
आजतक अपना पता नही बदला !
काश तेरी यादों का खजाना बेच पाते हम,
हमारी भी गिनती आज अमीरों में होती !
कभी फुरसत मिले तो देख लेना एक बार,
किसी नजर को तेरा इंतजार आज भी है !
सुना है मोहब्बत उसको दुआयें देती है,
जो दिल पर चोट तो खाये मगर गिला न करे !
छोड़ दो किस्मत की लकीरों पर यकीन करना,
जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज है !
ऐसा नही की आपकी याद आती नही,
खता सिर्फ इतनी है के हम बताते नही !
अकेलेपन का अपना भी एक मजा है,
मैंने खुद को पा लिया तेरी राह देखते देखते !
ना साथ है किसी का ना सहारा है कोई,
ना हम किसी के हैं ना हमारा है कोई !
कदर न करना तो लाजमी था तुम्हारा,
हम तुम्हे मुफ्त में जो मिले थे !
जिसे मेरे नाम से मोहब्बत हुआ करती थी,
उसे मेरा नाम अब जहर सा लगता है !
वफा की उम्मीद लडको से ही क्यों होती है,
क्या कोई लड़की बेवफा नहीं होती है !
कभी बातें करते करते हमें वक्त कम पड़ जाता था,
आज वक्त बहुत है लेकिन बातें कम पड़ गई हैं !
मेरे बीमार दिल कि मेडिसीन हो तुम,
फिर भी तुम मुझसे इतनी दूर हो !
चेहरे पे उदासी होंठों पे हंसी,
बस ऐसी जिंदगी हम जिये जा रहे हैं !
इस दिल को कभी वो सुकून मिला ही नहीं,
तो कैसे हम किसी से वो जख्म अदा कर पाएंगे !
मेरी तन्हाइयां करती हैं जिन्हें याद सदा,
उन को भी मेरी जरुरत हो जरूरी तो नहीं !
फूल बनने की खुशी में मुस्कुरायी थी कली,
क्या खबर थी ये तबस्सुम मौत का पैगाम है !
आईना फैला रहा है खुद फरेबी का ये मर्ज,
हर किसी से कह रहा है आपसा कोई नहीं !
कोई तो रुला गया मुझको,
वर्ना मुझे भी मुस्कुराना आता था !
नाकामयाब मोहब्बत ही सच्ची होती है,
मयाब होने के बाद मोहब्बत नहीं बचती !
काश उनको कभी फुर्सत में ये ख्याल आए
कि कोई याद करता है उन्हें जिंदगी समझकर !
जिंदगी की दर्द भरी कहानी,
खुद को खोकर ही मिली रोशनी !
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे.
मौत से इतनी ही तक़रार रहेगी
ये कलम जो थम जायेगी.
अपनी जुबान से किसी की बुराई मत करो
क्यूकि बुराईया तुम मे भी है और
जुबान और के पास भी.
नज़रें मिलीं, दिल धड़का
पलकें पल भर को क्या झपकीं
वो नज़रों से ओझल हुआ.
दिल अब टूटा इस कदर है,
इंतजार जिसका था,
अब वो ज़िंदगी में चाहिए भी नहीं.
हँसती हूँ पर दिल में गम भरा है
याद में तेरे दिल आज भी रो पड़ा है.
अगर मेरे चले जाने से तू खुश है
तो तुझे तेरी खुशी मुबारक.
दुश्मनो की अब किसे जरूरत है
अपने ही काफी है दर्द देने के लिए.
ऐ ज़िन्दगी ख़त्म कर सांसों
का आना जाना मै थक चूका हूँ खुद को
ज़िंदा समझते समझते.
सच और ईमानदारी के रास्ते पे चलने का..
एक फ़ायदा ये भी है कि,
इस रास्ते में कहीं भीड़ नहीं है.
मोहब्बत में हम उन्हें भी हारे है
जो कहते थे हम सिर्फ तुम्हारे है.
खामोशियां कभी बेवजह नहीं होती
कुछ दर्द ऐसे भी होते है जो आवाज़ छीन लेती है.
कुछ लोगों की सोच को देखकर पूछने का मन होता है,
की भाड़ में आप खुद चले जाओगे या छोड़ के आऊँ.
जिसे मै की हवा लगी
उसे फिर न दवां लगी न दुआं लगी
नाराजगी का क्या है
यह तो लोग कई बार बेवजह भी
हो जाया करते है.
जिन जख्मो से खून नहीं निकलता है
समझा लेना वह जख्म किसी अपने ने दिए है
बहुत महसूस होता हे
तेरा महसूस ना महसूस करना.
अक्सर लोग अपना कहकर कितनी
आसानी से पराया कर देते है.
ऐ जीन्दगी जा ढुंड॒ कोई खो गया है मुझ से.
अगर वो ना मिला तो सुन तेरी भी जरुरत नही मुझे..
रहने की कुछ बेहतरीन जगहों में से,
एक जगह अपनी औकात भी है..
ए दिल तू क्यो खुश होता है पागल,
अभी तो सिर्फ महिना बदला है वक़्त नहीं..
ज़िन्दगी ने मर्ज़ का क्या खूब इलाज
सुझाया, वक्त को दवा बताया
ख्वाहिशों से परहेज़ बताया..
उसी मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी,
जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी..
इतना ही गुरुर था तो मुकाबला इश्क का
करती ऐ बेवफा.. हुस्न पर क्या ईतराना जिसकी
ओकात ही बिस्तर तक हौ..
जिसकी वजह से मेंने छोड़ी अपनी साँस..
आज वो ही आके पूछती हे किसकी हे ये लाश.
ऐ दिल तू क्यों रोता है,
ये दुनिया है यहाँ ऐसा ही होता है..
दो रास्ते जींदगी के, दोस्ती और प्यार
एक जाम से भरा, दुसरा इल्जाम से..
ए नसीब ज़रा एक बात तो बता,
तू सबको आज़माता है,या मुझसे ही दुश्मनी है..
तू शहीद हुआ, ना जाने कैसे तेरी माँ सोयी होगी,
एक बात तो तय है, तुझे लगने वाली गोली भी
सौ बार रोई होगी..
गांव में अभी भी बेमतलब
रोनक होती है,
शहरों में मतलब ना हो तो चार
लोग इकट्ठे नहीं होते..
प्यार में अक्सर ऐसा होता है,
जो सबसे ज़्यादा लव करता है वही रोता है।
कुछ पता नही ये दिल सुधर गया,
या किसी की मोहब्बत में बिगड़ गया।
परवाह नहीं चाहे ज़माना कितना भी खिलाफ हो,
चलूँगा उसी राह पर जो सीधी और साफ़ हो।
हमे रुलाने वाले वही है जो कहते थे,
तुम हँसते हुए बहुत स्वीट लगते हो।
गलती होने पर साथ छोड़ने वाले तो बहुत मिलते है,
पर गलती होने पर अपना समझाकर साथ निभाने वाले बहुत कम मिलते है।
जैसे कोई बच्चा रोते-रोते थककर सो जाता है,
हमारे दिल का हाल अक्सर कुछ ऐसा ही हो जाता है।
झूठे वादों में किसी के ऐसे पीस गए,
सीने के दर्द को दबा कर हम हंसना सीख गए।
सही नहीं की कुछ चीज़े, डर कर इस जमाने में,
पूरी उम्र निकल गई उन्ही, गलतियों की कीमत चुकाने में।
परवाह नहीं मेरी, तो नजर क्यों रखते हो
मैं किस हाल में जिंदा हूं, ये खबर क्यों रखते हो।
अब मेरे घर के उदास दरवाजे मत खोलो,
हवा का शोर मेरी उलझन बढ़ा देता है।
तुम ना समझे थे और ना समझना चाहते थे,
हमारे दिल में क्या है कभी पूछना नहीं चाहते थे।
उनकी खामोशियां बोल देती है जिनकी बात नहीं होती,
प्यार वो भी करते हैं जिनकी कभी मुलाकाते नहीं होती।
ये जो हालात है, एक दिन सुधर जाएंगे,
पर कुछ लोग दिल से उतर जाएंगे।
वो मुझे छोड़कर खुश है तो शिकायत क्यों,
अब मैं उन्हें खुश भी ना देखूं तो प्यार कैसा।
क्या बात है, बड़े खामोश से बैठे हो,
कोई बात से नाराज हो या दिल कही लगा बैठे हो।
अब तक समझ नहीं पाया कि आखिर उसकी चाहत क्या है?
जब दूर जाना ही था तो पास आने की क्या जरूरत थी।
जाने दो अब क्या करोगे दिल के अरमान सुनकर,
खामोशी तुम ना समझ पाओगे और ना हम बता पाएंगे।
साथ रहते इतनी मुद्दत हो गई,
दर्द को दिल से मुहब्बत हो गई।
वह जानता था कि मुझे उसकी मुस्कान पसंद है,
उसने जब भी दर्द दिया तो मुस्कुरा कर दिया।
जब उसका दर्द मेरे साथ वफ़ा करता है,
एक सागर मेरी आँखों से बहा करता है।
नफरत ही नहीं दुनिया में दर्द की वजह,
मोहब्बत भी सकूँ वालों को बड़ी तकलीफ़ देती है।
दुनीया का भी अज़ीब दस्तूर है,
बेवफाई करो तो रोते हैं, वफा करो तो रुलाते हैं।
शोर जहाँ का एक तरफ़ है दिल का तराना एक तरफ़,
सारी दुनिया एक तरफ़ है इक दीवाना एक तरफ़।
वफ़ा की जंग मत करना भूत बेकार जाती है,
ज़माना जीत जाता है मोहब्बत हार जाती है।
हमारा तज़किरा छोड़ो हम ऐसे लोग हैं,
जिन को नफरत कुछ नहीं मोहब्बत मार जाती है।
याद नहीं क्या क्या देखा अपना मंज़र भूल गए,
इतने बम फोड़े है की अपना ही घर भूल गए।
दिल की आवाज़ भी सुन मेरे फसाने पे ना जा,
मेरी नज़रों की तरफ देख जमाने पे ना जा।
इतना अनमोल तो नही फिर भी हमारी कदर करना,
शायद हमारे बाद हम जैसा ना मिले।
मुमकिन नहीं की वो मुझे भुला देगा,
वो हर पल हरदम मुझको दुआ देगा।
ज़िन्दगी में कई सवाल खड़े हो गए,
सोचता हूँ हम क्यों बड़े हो गए.
अजीब है मेरा अकेलापन,
न खुश हूँ न उदास,
बस खाली हूँ और खामोश।
पछतावा होता है उस पल, जब अपनी पसंद,
किसी और की बन जाती है दुल्हन,
सपने हम देखते रहते हैं,
और हकीकत कोई और बना लेता है।
कभी निकलोगे मेरे दिल से तो
समझ जाओगे
मोहब्बत की असली कीमत
जरा सा भी नही पिघलता दिल तेरा,
इतना क़ीमती पत्थर कहाँ से ख़रीदा है
हो ताल्लुक तो रूह से ही हो,
दिल तो अक्सर भर ही जाता है
नफरत करने वाले, तेरी खता नही;
मौहब्बत हैं क्या, जब तुझे पता नही!
हम तुम्हें मुफ़्त में जो मिले हैं,
क़दर ना करना हक़ है तुम्हारा
लोग सीने मैं क़ैद रखते हैं,
हमने सर पर चढ़ा लिया दिल को
दिन कुछ ऐसे गुजरता है कई,
जैसे अहसान करता है कोई।
जिस दिन मुझे खो दोगे,
मुस्कुराते हुए भी रो दोगे।
सब अपने से लगते है,
लेकिन सिर्फ बातो से।
काँच जैसे होते है हम जैसे तनहा लोग
कभी टूट जाते है कभी तोड़ दिए जाते है
सच्ची मोहबत तो अक्सर
दिल तोड़ने वालो से ही होती हैं!
एक तेरी खुशी के खातिर
मैंने खुद को बहुत रुलाया है
अफ़सोस सिर्फ इस बात का है,
उसको मेरी कमी का कोई गम नहीं
बहुत दर्द देती है वो सजा,
जो बिना खता के मिली हो।
तुम्हारे लिए मिट जाने का इरादा था,
तुम खुद ही मिटा दोगे सोचा ना था
जब किसी से कोई गिला रखना
सामने अपने आईना रखना।
कभी कभी नाराज़गी
दुसरो से ज़्यादा खुद से होती है
ज़ख़्म वही है जो छिपा दिया जाए
जो बता दिया जाए उसे तमाशा कहते है
लोग सर फोड़ कर भी,
देख चुके
ग़म की दीवार टूटती ही नहीं!
बहोत मुश्किल से मिलता है वो एक दिल,
जो सच में मोहब्बत निभाने वाला हो
इन में खतरा है डूब जाने का,
झांकिये मत जनाब आँखों में
इज्जत के बिना,
मोहब्बत का
कोई वजूद नहीं होता
बहुत अंदर तक तोड़ डालता है,
वह अश्क जो आंखों से बह नहीं पाता
बस अपना ही गम देखा है,
तुमने कितना कम देखा है!
कभी उतरोगे मेरे दिल में,
तो मोहब्बत सिख जाओगे
हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं,
दिल हमेशा रोता रहता है
सच कह रहा है ये दीवाना,
दिल ना किसी से लगाना!
जिनकी हँसी खुबसूरत होती है,
उनके ‘ज़ख्म’ काफी गहरे होते है
हंसता तो रोज हूं,
पर खुश हुए जमाना हो गया
क्या शिकायत करना
उन लोगों से
जिनके दिल में प्यार ही ना हो।
सिनेमा नहीं हकीकत है जिंदगी,
जाने बाले पलटकर नहीं देखा करते
मोहब्बत तो सिर्फ मुझे हुई थी,
उसे तो तरस आया था मुझ पर
वो बोलते रहे हम सुनते रहे,
जवाब आँखों में था
वो जुबान में ढूंढते रहे
शुक्र है Message का ज़माना है,
वरना तुम तो मेरे भेजे गए
कबूतर मार देते
अक्सर खूबसूरत चेहरे
दगा बड़े सलीके से देते है
जब रहना है तनहा तो रोना कैसा,
जो था ही नहीं अपना उसे खोना कैसा
लड़ के जाता तो हम मना लेते,
उसने तो मुस्कुरा के छोड़ा है।
जहर की जरूरत नहीं इश्क में,
नजर अंदाजी से ही मर जाएंगे..!!
हमें अहमियत नहीं दी गयी,
और हम जान तक दे रहे थे
उनकी ख़ुशी ढूँढ़ते – ढूँढ़ते,
मेरे ख्याब ने खुद ख़ुशी कर ली
जाग रहे हो किसी के लिए
या किसी के लिए सोये नहीं
मोहब्बत कर रहे थे
पर तमाशा बन कर रह गए
बिना आवाज किए रोना
रोने से ज्यादा दर्द देता है
तु सोच भी नही सकती
कितना सोचता हूँ मैं तुझे
कहा से लाऊ रोज एक नया दिल
तोड़ने वालो ने मजाक बना रखा है।
हमेशा इंसान ही
गलत नहीं होता,
वक़्त भी गलत हो सकता है
बर्बाद तो Ishq ने किया है मुझे,
इल्जाम “मोबाइल” पर लग जाये तो अच्छा है
इश्क अब बुझ चुका है
क्यूंकि हम जल चुके है
लोग बदलते नहीं बस उनकी लाइफ
में हमसे बेहतर लोग आ जाते है।
एक सफ़र ऐसा भी होता है दोस्तों,
जिसमें पैर नहीं दिल थक जाता है
है इख्तियार तेरा तो मोजज़ा कर दे
वो सख्श मेरा नही उसे मेरा कर दे
कुछ ऐसे हादसे भी ज़िन्दगी में होते है
इन्सान बच तो जाता है पर जिंदा नही रहता
लिखते हैं सदा उन्हीं के लिए,
जिन्होंने हमें कभी पढ़ा ही नहीं
सब अपने से लगते हैं,
मगर बातों से।
थक गया हूं हसी का मुखौटा
पहनते पहनते,
बस आईना जानता है मेरा हाल
मुद्दतों बाद ये दस्तक कैसी ?
हो न हो कोई मतलबी होगा
रोज जले फिर भी खाक़ न हुए
अजीब हैं ये इश्क़ भी
बूझकर भी राख न हुए
वजह नफरतों की तलाशी जाती हैं
मोहब्बत तो बेवजह ही हो जाती हैं!!
सवाल सबको है,
पर ख्याल किसी को नहीं!
धोखा भी वही ही देते है
जो खुद धोखे से पैदा होते है
उसे अपना बनाने की जिद में
अपने भी पराये किये हमने
मैं चाहा था की जखम भर जाये
ज़ख्म ही ज़ख्म भर गए मुझ मैं
मुझे मरने का शौक तो नहीं है पर,
तेरे इश्क़ से बेहतर मौत ही है
जिनको मेरा हाथ पकड़ना चाहिए था
वो मेरी एक गलती पकड़े बैठे है
नसीहत अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो
ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है,
क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है।
मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते है
पूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में
जुदा होकर भी जी रहे है दोनों मुद्दत से
कभी दोनों ही कहते थे ऐसा हो नही सकता
काँच जैसे होते है हम जैसे तनहा लोग
कभी टूट जाते है कभी तोड़ दिए जाते है
ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है,
क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है।
ऐ मोहब्बत तुझे पाने की कोई राह नही
तू तो उसे मिले गी जिसको तेरी परवाह नही
हालात परेशान तो गुजर जाएंगे एक रोज़ मगर
एहबाब के होठो की हंशी याद रहेगी
पलट कर देखा ना करो इस तरह से जाने वालो को
जो दिल को तोड़ जाता है वो वापस नही आते
वो बात बात पे देता है परिन्दों की मिशाल
साफ साफ क्यों नही कहता की मेरा शहर छोड़ दो
जिसने हमको चाहा उसे हम चाह न सके,
और जिसको हमने चाहा उसको हम पा न सके।
मेरे दिल की तसल्ली के लिए बस इतना काफी है
हवा जो तुको छुटी है मै उससे साँस लेता हूँ
मुझे अपने किरदार पे इतना यकीन है
कोई मुझे छोड़ तो सकता है पर भुला नही सकता
काश चाहने वाले हमेशा चाहने वाले ही रहते
पर लोग अक्सर बदल जाते है मोहब्बत हो जाने के बाद
मुझे पता भी था के लोग बदल जाते हैं…!!
मगर मैंने कभी तुझे लोगो में गीना भी नहीं था…!!
अकेला था किसे आवाज़ देता….
उतरती रात से तन्हा लड़ा मैं….
सच कहा था एक फ़क़ीर ने मुझसे!!
तुझे यार तो मिलेगा सिर्फ़ तड़पाने के लिए!!
रूह तक अपनी बात ,,,पहुंचाने का दम रखते हैं…
शायर है हम ,,,सीधा दिल में कदम रखते हैं…
जो नफरत उसको दिखाई थी कुछ यूँ बेकार हो गई।
जुबान मेरे बस में रहीं,
और आँखे गद्दार हो गई।
भीगी नहीं थी मेरी आँखें,,
कभी वक्त के मार से,
देख आज तेरी थोड़ी सी बेरुखी ने,
इन्हें जी भर के रूला दिया….
तू वजह सी है जीने की
तो हवाओं का रास्ता क्या है !
दर्द तुझसे और इलाज भी है तू
फिर दवाओं का वास्ता क्या है!!
ज़ुबां को रोको तो आँखों में झलक आता है
ये जज़्बा-ए-इश्क है जनाब इसे सब्र कहाँ आता है।
मोहल्ले की मोहब्बत
का भी अजीब फ़साना है !
चार घर की दूरी है
औऱ बीच मे सारा जमाना हें !
उम्र ज़ाया कर दी लोगों ने
औरों के वजूद में नुक़्स निकालते – निकालते।
इतना ही खुद को तराशा होता
तो फ़रिश्ते बन जाते।
कुछ अलग ही करना है
तो वफ़ा करो दोस्त।
मज़बूरी का नाम लेकर
बेवफाई तो सभी करते है।
महसूस हो रही है
फिज़ा में तेरी खुशबू।
मेरी साँसों में तेरी याद
अभी भी ताज़ा ताज़ा है।
लाख बंद करें मैखाने ज़माने वाले…
दुनिया में कम नहीं हैं
आंखों से पिलाने वाले।
एक तो उसे भूलना मुश्किल
ऊपर से घर वाले रोज बादाम खिला देते है।
तेरी तो फितरत ही थी सबसे मुहब्बत करने की।
हम बे वजह खुद को खुशनसीब समझ बेठे।
हुस्न का क्या काम सच्ची मोहब्बत में।
रंग साँवला भी हो तो सितम ढाता है।
आईना मेरा, मेरे अपनों से बढ़कर निकला
जब भी मै रोया कमबख्त मेरे साथ ही रोया
एक तू मिल जाता, इतना काफ़ी था,
सारी दुनियाँ के तलबगार 🦋 नहीं थे हम..!!
शिकायत तों मुझे, खुद से है !!…
तुझसे तो आज भी इश्क है ….
कुछ कस्में हैं;
जो हम आज भी निभा रहे हैं…!!
तुम्हें चाहते थे;
और तुम्हें ही चाह रहे हैं…!!
एक दफ़ा फिर तुम भरो मुझे अपनी बाहों मे….!!
एक दफ़ा फिर
मुझे दुनिया से बेखबर होना है।
जो ज़ुल्फ़ों को
हाथों से अपने एक तरफ़ करती हो,
क़सम खुदा की
आंखों से दिल तक सफ़र करती हो ..!!
कभी पलकें नीची…कभी साँस गहरी भरना…
वो सिखाते हैं मुझे…
अदाओं से मोहब्बत करना..!
धीरे से लबों पे, पिघला हैं यह सवाल…
तू ज्यादा खूबसूरत हैं, या तेरा ख़्याल…!!
कुछ तो नशा होगा तेरे इश्क में ऐ दिलबर…
सारी आदते अपनीे छोड के हम, तलब तेरी जो लगा बैठे है…..
बदला नही हूँ मै मेरी भी कुछ कहानी है …
बुरा बन गया हूँ मै कुछ अपनो की मेहरबानी है…!!
“ओढ़ कर पल्लू वो आज निकले है घर से,
मैंने पहली दफ़ा देखा है धूप में चाँद जलते हुए”
प्यार जो तुम बेहिसाब कर रही हो….
खामखाँ हमे ख़राब कर रही हो…
सिर्फ मेरे लिए ,,, नहीं रहना….
तुम मेरे बाद भी ,,,हसीन रहना…
एक टुकड़ा बादल ,,, एक आंगन बरसात…
दिल की यही ख्वाहिश,,,के भीगूँ तेरे साथ… !!
बात कोई और होती तो हम कह भी देते आप से,
कम्बख्त मोहब्बत हैं बताई भी तो नहीं जाती !!
तसल्ली के भी नख़रे बहुत हैं..
लाख कोशिशें कर लो मिलती ही नही है….
आसान तो कुछ भी नहीं है इस संसार में..
एक साँस लेने के लिए भी,
पहली साँस छोड़नी पड़ती है…
क्या बताऊँ …उसके साथ वक्त गुजारा बहुत है ,…
मेरे दिल का कातिल ही सही ..
पर प्यारा बहुत है….।।
परेशान दिल को और परेशान मत कर…
मोहब्बत करनी है तो कर एहसान मत कर…
उस दिल की बस्ती में आज अजीब सा सन्नाटा है…
जिसमें कभी तेरे नाम की ,,,महफ़िल सजा करती थी….
बदलते इंसानों की बात ,,, हमसे न पूछो
हमने अपने हमदर्द को ,,हमारा दर्द बनते देखा है …!!
शिकायत तों मुझे, खुद से है !!…
तुझसे तो ” आज भी इश्क है …
मेरी आँखों में भर गयी है वही…
हांँ वही, जिस से जी नहीं भरता….!!
मोहब्बत सिर्फ़ दो जिस्मों की दास्तां नहीं साहब,,,
ये एक रुह पर,रुह के फ़ना होने की कहानी है..!!!
कभी पलकें नीची…कभी साँस गहरी भरना…!
वो सिखाते हैं मुझे…अदाओं से मोहब्बत करना..!
दरवाज़ा खुला रखने की पड़ गयी है आदत मुझको…
अब इससे बढ़कर तेरा इंतज़ार क्या होगा…
जीने के लिए नहीं चाहा है तुम्हें…..
तुम्हें चाहने के लिए जीते हैं अब हम…!!!
मुझे बस इश्क़ है कोई उम्मीद नहीं तुमसे!!
जिसके साथ जहां रहो कोई शिकायत नहीं तुमसे!!
“”आँखे बयां करती है, दिल में छिपे राज़,!!!
“”जब बज रहे हो दिल में मोहब्बत के साज़,!!!
वो तुम्हारी आवाज़ पर, बहक जाना मेरा !
इश्क़ है !!
नाम सुनके हमारा…!
तुम मुस्कुराया ना करो,
राज की बातें हैं ये,
सबको बताया ना करो…!
जिन्दगी में सबसे बड़ा धनवान वो इंसान होता हैं,
जो दूसरों को अपनी मुस्कुराहट देकर उनका दिल जीत लेता हैं…
मेरी नासमझी की भी हद ना पूछिये दोस्तों,,!!
उन्हें खोकर हम फ़िर उन जैसा ही ढूंढ़ रहे हैं,,!!
आया हूँ फिर से महफ़िल में इसी आस में…
की वो नजर आये तो हम आँखो से सलाम करें…
इन आंखों को जब-जब उनका दीदार हो जाता है‼
दिन कोई भी हो लेकिन मेरे लिए त्यौहार हो जाता है‼
जिस्मो से करके प्यार लोग कहते है .
यार .
सच्ची मोहब्बत नही मिली . . .
रिश्ते निभाना हर किसी के बस कि बात नहीं जनाब
अपना भी दिल दुखाना पडता है किसी ओर की खुशी के लिए . .
गलतियां भी होगी और ग़लत समझा भी जाएगा
” यह जिंदगी है जनाब ” यहां तारीफें भी होगी और कोसा भी जाएगा ! !
आजकल के रिलेशनशिप में अक्सर लोग
अपनी आदत डलवाकर खुद बदल जाते है
वही सफल होता है
जिसका काम उसे निरंतर आनंद देता है
जवाब ऐसा दो
कि फिर किसी के मन मे सवाल न आये
लोग कमियां निकालते रहे मुझमे
मैं खामोशी से सफलता के रास्ते पर चल पड़ा
चार दिन की दुनिया है फिर हिसाब होगा
आज गरीबी में जी ले मेरे दोस्त
कल बादशाहों में अपना नाम होगा
गम की चादर हटाओ और जरा बाहर देखो
औरों के दर्द से तो तुम्हारा दर्द कम है
औरत एक बहुत बड़ी ताकत है
इतनी बड़ी कि वो खुद एक मर्द पैदा करती है
किसी को धोखा देना एक कर्ज है
जो आपको किसी और के हाथों एक दिन जरूर मिलेगा
इंसान के दो नाम होते है
एक के साथ वो पैदा होता है
और दूसरा जो वो काम करके बनाता है
बहुत शौक था मुझे सबको खुश रखने का ,
होश तब आया जब खुद को जरूरत के वक्त अकेला पाया .
इज्जत पर कोई डिस्काउंट नहीं मिलता है ,
जब मिलती है तो पूरी मिलती है ।
और जब जाती है तो पूरी जाती है . .
लोग अफसोस से कहते है कि कोई किसी का नहीं ,
लेकिन कोई यह नहीं सोचता कि हम किसके हुए . .
दुनिया में बेहतरीन इंसान वही है ,
जो रूठ जाने पर भी सिर्फ एक छोटी सी मुस्कुराहट से मान जाए . .
सब सो गए अपने दिल का हाल सुना के ,
काश कोई होता मेरा भी जो पूछता ‘ अब तक सोये क्यों नहीं . .
तन की खूबसूरती एक भ्रम है ,
सबसे खूबसूरत तो आपकी वाणी है .
चाहे तो दिल जीत ले , चाहे तो दिल चीर दे . .
सब कुछ हासिल नहीं होता जिंदगी में
यहाँ , किसी का ‘ काश तो
किसी का ‘ अगर ‘ रह ही जाता है . .
एक सुबह थी जब हम हंसकर उठा करते थे ,
और आज कई बार बिना मुस्कुराए ही शाम हो जाती है . .
हर किसी को जिंदगी में उतनी ही जगह दो जितनी वो तुम्हें देता है ,
वरना या तो तुम खुद रो दोगे या तो वो तुम्हें रुलाएगा . .
जब सबसे ज्यादा प्यार करने वाले इंसान से धोखा मिलता है
तो दूसरे इंसानों पर विश्वास करना लगभग मुश्किल हो जाता है . .
किस्मत और दिल की आपस में कभी नहीं बनती ,
जो लोग दिल में होते है वो कभी किस्मत में नहीं होते
जब किसी के साथ उम्र भर का रिश्ता निभाना हो तो
अपने दिल में एक कब्रिस्तान बना लो जहाँ आप उसकी गलतियों को दफना सके
अजीब हैं ना दुनिया के लोग दुःख देकर कहते हैं अच्छा
sorry if I disturb you
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर Dil को तोड देते है . .
तुम मंजिल की बात करते हो दोस्तों लोग राहो मे ही छोड़ देते है !
एक कडवी बात हमेशा याद रखना
वो इंसान कभी आपकी Value नहीं समझेगा , जिनके लिए आप हमेशा available होंगे !
ऐ जीन्दगी जा ढुंड॒ कोई खो गया है मुझ से.
अगर वो ना मिला तो सुन तेरी भी जरुरत नही मुझे
दो लाइन सैड शायरी
ए नसीब ज़रा एक बात तो बता,
तू सबको आज़माता है,या मुझसे ही दुश्मनी है
उसी मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी,
जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी
“गांव में अभी भी बेमतलब रोनक होती है,
शहरों में मतलब ना हो तो चार लोग इकट्ठे नहीं होते I”
बहुत महसूस होता हे…..
…..तेरा महसूस ना महसूस करना…!
नज़रें मिलीं, दिल धड़का
पलकें पल भर को क्या झपकीं
वो नज़रों से ओझल हुआ….
“सच और ईमानदारी के रास्ते पे चलने का.. एक फ़ायदा ये भी है कि,
इस रास्ते में कहीं भीड़ नहीं है ।”
” जिसे “मै की हवा लगी
उसे फिर न दवां लगी न दुआं लगी”
तू शहीद हुआ, ना जाने कैसे तेरी माँ सोयी होगी…
एक बात तो तय है, तुझे लगने वाली गोली भी सौ बार रोई होगी…
अपनी जुबान से किसी की बुराई मत करो
क्यूकि
बुराईया तुम मे भी है और जुबान और के पास भी
कुछ लोगों की सोच को देखकर पूछने का मन होता है,
की भाड़ में आप खुद चले जाओगे या छोड़ के आऊँ !
ऐ दिल तू क्यों रोता है,
ये दुनिया है यहाँ ऐसा ही होता है
रहने की कुछ बेहतरीन जगहों में से,
एक जगह अपनी औकात भी है….!!
..मौत से इतनी ही तक़रार रहेगी
….ये कलम जो थम जायेगी….”
ए दिल तू क्यो खुश होता है पागल
अभी तो सिर्फ महिना बदला है वक़्त नहीं
टूट तो हम तब जाते है ,
जब हमारे दर्द की खबर गैरों से ली जाती ह !!
Toot To Hum Tab Jate Hai ,
Jab Hamare Dard Ki Khabar Gairon Se Li Jati Hai !!
दर्द ने दिल से बात करके कहा,
जा बेमौत मर अब वो तेरा न रहा !!
Dard Ne Dil Se Baat Karke Kaha,
Ja Bemaut Mar Ab Wo Tera Na Rha !!
ये प्यार का भी अलग दस्तूर है शाहब ,
एक तर्फे से शुरू हो के बेवफाई पर खत्म होती है !!
Ye Pyaar Ka Bhi Alag Dastur Hai Shahab,
Ek Tarfe Se Suru Ho K Bewafai Pr Khatam Hoti Hai !!
इकरार करनी है वो दिल दे अरमाँ,
दिल का यूँ उलझे रहना अब सहा नहीं जाता !!
Ikarar Karni Hai Wo Dil De Arman,
Dil Ka Yun Uljhe Rahna Ab Saha Nahi Jata !!
ज़ालिम हो चूका है युग,
न फ़िक्र किसी है अपनों की;
कलयुग पापी ज़माने में,
कतल हो रही हर सपनों की !!
Zalim Ho Chuka Hai Yug,
Na Fikr Kisi Hai Apno Ki;
Kalyoug Papi Zamane Me,
Katal Ho Rhi Har Sapnon Ki !!
कोशिश तो बहुत की मगर उनका साथ न मिला,
यादो में बनाना चाहता था जिनके लिए एक किला !!
Koshish To Bahut Ki Magar Unka Sath Na Mila,
Yaado Me Banana Chahta Tha Jinke Liye Ek Kila !!
हर रोज़ करते है तुम्हारे लौट आने की तमन्ना,
इसलिए दिन रात रहने लगे अब चौकन्ना !!
Har Roz Karte Hai Tumhare Laut Aane Ki Tamanna,
Isliye Din Raat Rahne Lage Ab Chaukanna !!
बेरंग सी फ़िज़ाओं में, बस उनकी ही कमी है,
रंगीन हो जाये मेरी दुनिया,
क्योंकि उनके लिए ही मेरे आँखों में नमी है !!
Berang Si Fizaon Me, Bs Unki Hi Kami Hai,
Rangin Ho Jaye Meri Duniya,
Kyoki Unke Liye Hi Mere Aankhon Me Nami Hai !!
मेरे इश्क़ का हर सवाल उस रब से है,
जब मिलना ही नहीं था मेरे महबूब से
तो फिर क्यों ये प्यार हर दफा बस उनसे है !!
Mere Ishq Ka Har Sawal Us Rab Se hai,
Jab Milna Hi Nahi Tha Mere Mahboob Se
To Fir Kyun Ye Pyar Har Dafa Bas Unse Hai !!
ठहर सा गया था ये वक़्त,
गुम-सुम तन्हाइ सा,
आ जाने से अब तेरे ठहरे वक़्त को
एक गति सी मिल गयी है !!
Thahar Sa Gya Tha Ye Waqt,
Gum-Sum Tanhai Sa,
Aa Jane Se Ab Tere Thahre Waqt Ko
Ek Gati Si Mil Gai Hai !!
वफ़ा करके भी कुछ हासिल न हुआ,
फिर भी दिल देता है उनको हज़ारो दुआ !!
Wafa Karke Bhi Kuch Hasil Na Hua,
Fir Bhi Dil Deta Hai Unko Hazaro Dua !!
वक़्त का पहिया कुछ ऐसे मोड़ पर
चल पड़ा है,
बहार है मौत का साया, और अंदर
इंसान जी के भी मरा है !!
Waqt Ka Pahiya Kuch Aise Mod Par
Chal Pda Hai ,
Bahar Hai Maut Ka Saya, Or Andar
Insan Jee Ke Bhi Mara Hai !!
फुर्सत थी उनकी बातों में,
मेरा तो उनके बिना बिताए हर लम्हे की तड़प थी !!
Fursat Thi Unki Baaton Me,
Mera To Unke Bina Bitaye Har Lamhe Ki Tadap Thi !!
ज़ाहिर है मेरे वक़्त का हर वो कतरा तेरे नाम,
जो हर दफा तेरे होने का एहसास जताते है !!
Zahir Hai Mere Waqt Ka Har Wo Katra Tere Naam,
Jo Har Dafa Tere Hone Ka Ahsaas Jatate Hai !!
बदल जाते है लोग भी यहाँ,
ये भी क्या वक़्त से कम है !!
Badal Jate Hai Log Bhi Yaha,
Ye Bhi Kya Waqt Se Kum Hai !!
हमने छोड़ दिया अपनों को समझाना,
जबसे गैरो ने हमे अपना समझ लिया !!
Humne Chod Diya Apno Ko Samjhana,
Jabse Gairo Ne Hume Apna Samjh Liya !!
थक जाता हूँ मैं इस भाग दौड़ की ज़िन्दगी से,
सुकून तो उनके एक दीदार से होता है !!
Thak Jata Hun Main Is Bhag Daur Ki Zindagi Se,
Sukoon To Unke Ek Didar Se Hota Hai !!
अनगिनत हालातों से हो कर
गुज़री है ये ज़िन्दगी,
तुझसे न मिल पाना उन हालातों से
भी बड़े दर्द को बयां करती है !!
Anginat Halaton Se Ho Kar
Guzari Hai Ye Zindagi,
Tujhse Na Mil Pana Un Haalaton Se
Bhi Bade Dard Ko Bayan Krti Hai !!
वक़्त वक़्त पे जिसका मिला था सहारा न रहा,
कटती थी ज़िन्दगी जिसके साथ अब वो गंवारा न रहा !!
Waqt Waqt Pe Jiska Mila Tha Sahara Na Raha,
Kat-ti Thi Zindagi Jiske Sath Ab Wo Gawara Na Raha !!
रहने लगा हूँ बहुत अब इस ज़माने में अकेला,
जब से अपनों ने माना हमें सौतेला !!
Rehne Laga Hoon Bahut Ab Is Zamane Me Akela,
Jab Se Apno Ne Mana Hume Sautela !!